मध्यप्रदेश बिजली कंपनियां वित्तीय वर्ष 2022-23 में उपभोक्ताओं को गंभीर धक्का देने की तैयारी कर रही हैं। बिजली कंपनियों ने घरेलू बिजली के दाम में करीब 10 फीसदी और कृषि व कृषि क्षेत्र को आपूर्ति की जाने वाली (MP में) बिजली की कीमत में 10 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी के लिए आवेदन किया है.
अगर (MP में) बिजली कंपनियों की मनमानी नहीं थोपनी है तो 21 जनवरी तक बड़ी संख्या में मांगें और आपत्तियां नियामक आयोग को देनी होंगी. लोगों की दलीलें मजबूत होंगी तो कंपनियों की मनमानी नहीं चलेगी।
अब घरेलू और कृषि (MP में )बिजली के दाम में करीब 10 फीसदी की बढ़ोतरी करने की सिफारिश की गई है. कंपनियों ने घरेलू और कृषि बिजली की लागत बढ़ाकर 3,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है, इसलिए बिजली के दाम बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है
घरेलू बिजली -9.97%
वाणिज्यिक बिजली -4.44%
कम दबाव वाली औद्योगिक शक्ति -5.11%
कृषि शक्ति -10.61%
जलापूर्ति एवं स्ट्रीट लाइट बिजली दर-10.11 प्रदेश की तीनों एजेंसियों को 48,874 करोड़ रुपये की जरूरत है
राज्य की तीन (MP में )बिजली कंपनियों ने कहा है कि उन्हें 2022-23 वित्तीय वर्ष के लिए 48,874 करोड़ रुपये की जरूरत है। इस दौरान तीनों कंपनियों ने 6,984 करोड़ यूनिट बिजली की बिक्री का आंकलन किया है।
कंपनियों का दावा है कि मौजूदा कीमत पर बिजली बेचने से उन्हें सिर्फ 44,958 करोड़ रुपये ही मिलेंगे। 3,915 करोड़ रुपये बनाने के लिए, तीनों कंपनियां एक सरल उपाय लेकर आई हैं, जिसे ग्राहकों की जेब से वसूल किया जाना चाहिए। इसके लिए औसत बिजली दर को बढ़ाकर 7.61 प्रतिशत किया गया है,