मध्य प्रदेश में सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों के समाधान अब सवालों के घेरे में है, ताजा मामला सतना जिले के माधवगढ़ का है जहां सीएम हेल्प लाइन में शिकायत करने पर छेत्र की कोलगवाँ थाना पुलिस ने शिकायतकर्ता के परिवार को ही कई घण्टो तक नजर कैद कर रखा, आलम ये रहा कि घर मे बीमार महिला की हालत बिगड़ने लगी लेकिन शिकायत बन्द करवाने गए पुलिस कर्मी ने उसे सीएम हेल्प लाइन शिकायत बंद करने के बाद ही घर से बाहर इलाज के लिये जाने दिया, पुलिस कर्मी की नजर कैद से रिहा हुए पीड़ित परिजन बीमार महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुँचे जहां महिला को गंभीर हालत में भर्ती किया गया जिसका इलाज जारी है,
सतना के माधवगढ़ स्थित सरिया टोला में रहने वाली महिला के जीवन पर सीएम हेल्प लाइन भारी पड़ गयी, दरसल 9 दिसंबर को महिला ने अपने बेटे के साथ मारपीट करने वाले अरोपी शाहिल के खिलाफ थाने में शिकायत की थी, जब शिकायत पर कार्यवाही नही हुई तो पीड़ित महिला के पति ने सीएम हेल्प लाइन का सहारा लिया, व कार्यवाही न होने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में कर दी, लेकिन कार्यवाही तो दूर सीएम हेल्प लाइन ही उनके गले की हड्डी बन गयी, शिकायत बन्द कराने गए कोलगवां थाने के सिपाही ने पीड़ित परिवार पर सीएम हेल्प लाइन बन्द कराने का दबाव बनाया, बीमार महिला के पति का आरोप है कि 15 दिसंबर की शाम 4 बजे से कोलगवां थाने के एक पुलिस कर्मी ने उनको घर मे नजर बंद कर दिया, डर व भय के कारण पीड़ित महिला किरण जैसवाल की तबियत बिगड़ गई, जिसके बाद भी पुलिस कर्मी ने उन्हें सीएम हेल्प लाइन को बंद करने का दबाव बनाना कम नही किया, घबराहट में आकर बीमार हुई महिला के पति ने फौरन सीएम हेल्प लाइन शिकायत बंद करवा दी, और पुलिस कर्मी के चंगुल से रिहा हो गए, शिकायत बन्द होते ही पुलिसकर्मी ने उन्हें छोड़ दिया, जिसके बाद अनान फानन में गंभीर हालत में महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया,