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सतना,मध्यप्रदेश।।मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने बिजली विभाग की समस्याओं को लेकर एकबार फिर बड़े जन आंदोलन की चेतावनी दी है। विंधायक ने कहा कि विभाग के कर्मचारी अधिकारियों की उदासीनता की बदौलत बिजली बिलों का फर्जी भुक्तान करते हुए आम जन किसान व्यापारियों की कमर टूटी जा रही है। विभाग की कार्यप्रणाली यह दर्शाती है कि कर्मचारी बिना मीटर रीडिंग के मनमाना बिल लोगो को भेजे जा रहे है ।

आम जन का मीटर खपत 10 यूनिट की है मीटर रीडिंग 10 यूनिट बता रहा है लेकिन बिल उसके घर मे 300 यूनिट का भेजा जा रहा है जब वह उपभोक्ता की गई फर्जी बिलिंग की शिकायत करने अधिकारियों के पास पहुँचता है तो अधिकारी उन बिलो की सत्यता की परख तो कर लेता है किंतु उसे कम करने या सुधार करने का अधिकार न होने की दुहाई देकर विदा कर देता है। ऊपर से वह फर्जी बिल जमा न होने पर उस उपभोक्ता का कनेक्शन काटने का कार्य भी करता है। जिससे क्षेत्र के आम जन के बीच बिलो को लेकर दहशत का माहौल है किस दिन कितना बिल घर आ टपकेगा किसी को नही पता।यही हाल बिगत दिनों राजधानी भोपाल का था जहां माननीय जनो ने दबाब बनाकर इस तरह के बिलो को सुधारने का अधिकार जेई और एस ई को दिलवाया गया। लेकिन राजधानी से बड़ी समस्या से जूझ रहे विंध्य और बुंदेलखंड के जेई और ए ई इस अधिकार से वंचित है। जिससे आम उपभोक्ता के बीच बृहद आक्रोश पनप रहा है इसका सीधा नुकसान सरकार को हो सकता है।इसलिए इन मनमानी बिलों से निजात दिलाये जाने हेतु बिलों के सुधार करने का अधिकार राजधानी की भांति विन्ध और बुन्देखण्ड को प्रदान किये जायें। अभी यह अधिकार एस ई लेबल के अधिकारियों को है आम आदमी यहां तक नही पहुँच पाता और अपनी समस्या लिए भटकता रहता है। नही तो अब वृहद जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा।