Uncategorized

सरभंगा चित्रकूट को टाइगर रिजर्व बनाने की मांग तेज……..

चित्रकूट जिले में सरभंगा क्षेत्र को टाइगर रिजर्व बनाने की मांग जोर पकड़ रही है। यह क्षेत्र 24 बाघों का प्राकृतिक आवास माना जाता है, जिसे संरक्षित करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। टाइगर रिजर्व बनने से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि क्षेत्र को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान भी मिलेगी। इसके साथ ही, स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

टाइगर रिजर्व के संभावित लाभ:

  • चित्रकूट की वैश्विक पहचान: टाइगर रिजर्व बनने से क्षेत्र का नाम विश्व मानचित्र पर उभरेगा।
  • पर्यावरण शिक्षा: बच्चों और युवाओं को वन्यजीवन और प्रकृति संरक्षण का व्यावहारिक ज्ञान मिलेगा।
  • पर्यटन और रोजगार: पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय लोगों के लिए आजीविका के नए साधन विकसित होंगे।

कांग्रेस नेता आशुतोष द्विवेदी ने किया जनजागरण अभियान

मझगवां के चितहरा स्थित बुंदेलापुर में कांग्रेस नेता आशुतोष द्विवेदी ने सरभंगा को टाइगर सफारी घोषित कराने के लिए जनजागरूकता अभियान शुरू किया। उन्होंने चौपाल लगाकर स्थानीय लोगों को इसके लाभ बताए और हस्ताक्षर अभियान प्रारंभ किया। द्विवेदी ने कहा कि टाइगर सफारी बनने से क्षेत्र की पहचान बढ़ेगी, पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने संकल्प लिया कि गांव-गांव और घर-घर जाकर इस मुद्दे को उठाएंगे और सफारी के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।

स्थानीय जनता और पर्यावरण प्रेमियों ने इस पहल का समर्थन किया और प्रशासन से सरभंगा को जल्द से जल्द टाइगर रिजर्व घोषित करने की अपील की। यह कदम जैव विविधता की सुरक्षा के साथ-साथ चित्रकूट के समग्र विकास में भी सहायक सिद्ध होगा।

Related Articles

Back to top button