नारायण त्रिपाठी ने अपने पत्र में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री से मांग की है की भविष्य में रिलीज होने जा रही हिन्दी फीचर फिल्म पठान में भगवा रंग को बेशर्म रंग गाया जाकर अत्यंत आपत्तिजनक सीन फिल्माये गये हैं। निश्चित ही फिल्म निर्माता के इस कुत्सित प्रयास से हमारे साधु-संत, महात्मा और भगवा वस्त्र धारण करने वाले हमारे आराध्य देवी देवताओं का अपमान हुआ है।
मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम, माता जानकी एवं लक्ष्मणजी ने भी वनवास काल में हमारी विन्ध्यधरा के चित्रकूट धाम में आकर केवल एक वल्कल भगवा रंग धारण किया था, हमारे विन्ध्य सहित संपूर्ण देश में भगवा रंग साधु-संतो, तपस्वियों, देवी-देवताओं व पूजा-पाठ के अवसरों पर सनातनियों द्वारा धारण किया जाता है। यही रंग सनातनियों के धर्म-ध्वजा का भी प्रतीक है। इस तरह से लक्षित कर भगवा रंग का अपमान भारतीय संस्कृति का अपमान भी है, जो सभ्य समाज को स्वीकार्य नहीं है।
वही नारायण ने फिल्म पठान में फिल्माये गये आपत्तिजनक व अपमानजनक दृश्यों को लेकर भी सवाल उठाए उन्होंने कहा कि तमाम हिन्दू व मुस्लिम संगठनों, संत-महात्माओं और सभ्य समाज के लोगों ने फ़िल्म के दृश्यों पर विरोध जताया है।
नारायण ने केंद्रीय सूचना प्रशारण मंत्री अनुराग ठाकुर से मांग की है कि फिल्म के विवादित सींस को प्रसारण बोर्ड के संज्ञान में लाकर उन्हें निर्देशित करें की फिल्म से आपत्तिजनक दृश्यों, गीतों को हटाया जाए, अन्यथा इस फिल्म के प्रसारण पर पूरे देश में रोक लगे,