इंदौर, महात्मा गांधी मेमोरियल कालेज में MBBS की परीक्षा के दौरान नकल का चौंकाने वाला मामला पकड़ा गया है। स्टूडेंट ने सर्जरी कराकर कान में कुछ इस तरीके से ब्लूटूथ फिट करवा लिया था कि बाहर से दिखाई ना दे। वह बड़े मजे से नकल कर रहा था परंतु मोबाइल पकड़ा गया। इस मामले में कॉलेज मैनेजमेंट की संलिप्तता पाई गई है। उस डॉक्टर को भी जेल जाना पड़ेगा जिसने सर्जरी करके कान में ब्लूटूथ फिट किया।
घटनाक्रम दिनांक 21 फरवरी 2022 सोमवार का है। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से संबंधित महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में MMBS के उन स्टूडेंट्स (एटीकेटी या फेल) की परीक्षा हो रही थी जो अपने साथ ही नियमित स्टूडेंट्स के साथ पास नहीं हो पाए। इसलिए इन्हें डी-बैच के छात्र कहा जाता है। यह इनका फाइनल एग्जाम था। परीक्षा शुरू होने के 65 मिनट बाद दोनों स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी के गोपनीय विभाग की उप कुलसचिव रचना ठाकुर की टीम ने सर्चिंग शुरू की तो वह मोबाइल पकड़ा गया जिससे नकल कराई जा रही थी।
पूछताछ के दौरान स्टूडेंट ने बताया कि उसने एक डॉक्टर की मदद से सर्जिकल ब्लूटूथ अपने कान में फिट करवा लिया है। टीम ने मोबाइल तो जप्त कर लिया परंतु ब्लूटूथ जब तो नहीं कर पाई क्योंकि वह कान में फिट है और सर्जरी के बाद ही निकाला जा सकता है। इस मामले में आश्चर्यजनक बात यह है कि परीक्षा कक्ष में केवल एक महिला शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई थी। जबकि कम से कम एक पुरुष शिक्षक होना अनिवार्य था। कॉलेज मैनेजमेंट ने नियम तोड़कर नकल को संरक्षण प्रदान किया। वह डॉक्टर भी अपराधी है जिसने सर्जरी करके कान में ब्लूटूथ फिट किया।