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गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि देखिए, कांग्रेस की आपत्ति नहीं है। यह भ्रम पैदा करने की उनकी बात है। मुख्यमंत्री के संज्ञान में विषय है। किसी की भी आस्था पर कोई कुठाराघात नहीं होगा। इस बात कि पूरी चिंता की जाएगी। बता दें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि खुद को धर्मप्रेमी बताने वाली शिवराज सरकार अब भगवान श्री राम की यादों से जुड़े स्थलों को सुनियोजित तरीके से नष्ट करने में लग गई है। कांग्रेस धार्मिक आस्थाओं के विरोधी इस निर्णय पर चुप नहीं बैठेगी। हम सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेंगे।

कलेक्टर-एसपी पहुंचे निरीक्षण करने
सिद्धा पहाड़ की खनन की अनुमति जारी करने की प्रक्रिया शुरू करने को लेकर स्थानीय चित्रकूट विधायक नीलांशु और मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने भी कलेक्टर को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है। इस पर विवाद बढ़ता देख गुरुवार को सतना कलेक्टर और एसपी सिद्धा पहाड़ निरीक्षण करने पहुंचे।
इसलिए शुरू हुआ विवाद
मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सिद्धा पहाड़ पर खनन की अनुमति देने की प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए लोक सुनवाई 30 सितंबर को रखी है। इसके बाद सरकार के सिद्धा पहाड़ की खुदाई कराने के निर्णय का विरोध शुरू हो गया।
यह है धार्मिक मान्यता
सिद्धा पहाड़ का उल्लेख रामायण काल में है। यह मान्यता है कि राक्षसों के ऋषि मुनियों का वध करने से उनके अस्थि समूह से यह पहाड़ बना है। जहां भगवान ने पृथ्वी से राक्षसों को मुक्त करने का प्रण लिया था