Satna समरिटन अस्पताल मामला: फ़ायर NOC के संबंध में फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने वाला मास्टरमाइंड हुआ गिरफ्तार,कई शहरों में है नेटवर्क, कई बड़े हो सकते है खुलासे

पुलिस अधीक्षक महोदय आशुतोष गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय सुरेन्द्र कुमार जैन एवं नगर पुलिस अधीक्षक महोदय महेंद्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिविल लाइन सतना निरीक्षक अर्चना द्विवेदी के नेतृत्व में की गई कार्यवाही
दिनांक 9.8.22 को कार्यालय नगर पालिक निगम सतना मध्य प्रदेश का पत्र इस संबंध में प्राप्त हुआ कि समरिटन अस्पताल सतना द्वारा प्रस्तुत कूटरचित फायर NOC की व्यापक जांच कर दोषी को दंडित किए जाने एवं उस पत्र में यह भी उल्लेखित था कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि फर्जी फायर एनओसी तैयार करने में शहर व प्रदेश में कोई रैकेट सक्रिय है जिसके द्वारा फायर एनओसी बनाई जा रही है । उक्त संबंध में थाना सिविल लाइन जिला सतना में आवेदन प्राप्त होने पर तत्काल विधिवत जांच की गई। फ़रियादी एवं अनावेदक का कथन लिया जाकर संलग्न दस्तावेजों का सूक्ष्म अवलोकन पर यह तथ्य सामने आया कि समरिटन हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा फायर एनओसी बनाए जाने हेतु जरिए टेलीफोन फायर कंसल्टेंट से संपर्क कर ऑनलाइन फीस 36 हजार रुपये पेमेंट किया व बाद फायर एनओसी प्राप्त किया।

जांच दौरान ही कूट रचित दस्तावेज तैयार करने में संलिप्त व्यक्तियों की तलाश हेतु विशेष टीम इंदौर भोपाल तरफ रवाना की गई थी । इसी दौरान मामले का मास्टरमाइंड प्रमोद विश्वकर्मा को पुलिस टीम को तिजोरी नादरा जिला खरगोन से पकड़ने में सफलता मिली । पुलिस अभिरक्षा में लेकर सतना वापस आई । प्रारंभिक पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया है । साथ ही साथ यह भी बताया कि इसी प्रकार धोखाधड़ी अन्य कई संस्थाओं के साथ किए जाने की बात सामने आई है। विस्तृत पूछताछ एवं अपराध में प्रयुक्त अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की रिकवरी हेतु पुलिस रिमांड प्राप्त किया जा रहा है। गिरोह में संलिप्त किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही अन्य जिन संस्थाओं को इसके द्वारा noc प्रदाय की गयी है उनकी भी संलिप्तता की जांच की जा रही है दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
इस कार्य थाना प्रभारी निरी. अर्चना द्विवेदी, SI सुभाष वर्मा, ASI हीरालाल मिश्रा, आर. अंकेश मरमट ,सायबर सेल से — SI अजीत सिंह , ASI दीपेश पटेल , आर. संदीप सिंह परिहार ।