भोपाललोकायुक्त पुलिस ने भोपाल में स्वर्गवासी मां के जीपीएफ के बदले 40 हजार रुपए की घूस मांगने के मामले में विद्युत यांत्रिकी कार्यालय में पदस्थ स्थापना प्रभारी और ईओडब्ल्यू पुलिस ने ठेकेदार की सिक्योरिटी डिपाजिट वापस करने के बदले 15 हजार की रिश्वत मांगने पर ऑडिटर जल संसाधन विभाग को अरेस्ट किया है।
लोकायुक्त पुलिस भोपाल से सिद्धार्थ सक्सेना निवासी जवाहर चौक भोपाल ने 20 सितम्बर को लिखित शिकायत की थी कि उसकी माँ नीना सक्सेना जो कार्यालय कार्यपालन यंत्री विद्युत/यांत्रिकी कोलार रोड भोपाल में ट्रेसर के पद पर पदस्थ थीं, उनका देहांत विगत जून माह में हो गया है। उसकी मां ने सर्विस रिकॉर्ड में उसे ही नॉमिनी बनाया है। जब सिद्धार्थ ने अपनी स्वर्गीय मां के जीपीएफ और अन्य स्वत्वों के भुगतान के लिए कार्यालय कार्यपालन यंत्री विद्युत यांत्रिकी कोलार रोड भोपाल में आवेदन किया तो वहां पदस्थ स्थापना प्रभारी जीके पिल्लई ने भुगतान के बदले में 40 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। लोकायुक्त पुलिस द्वारा शिकायत का सत्यापन कराया गया जो सही पाई गई। इसके बाद पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त भोपाल के निर्देश पर 10 सदस्यीय ट्रैप दल द्वारा एमपी नगर में मिलन रेस्टोरेंट में आरोपी जीके पिल्लई, पुत्र एआर पिल्लई उम्र 55 साल स्थापना प्रभारी, कार्यालय कार्यपालन यंत्री, विद्युत/ यांत्रिकी जल संसाधन विभाग कोलार रोड भोपाल को 40 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
ईओडब्ल्यू ने की कार्यवाही
उधर नरेंद्र सिंह परिहार ठेकेदार निवासी जबलपुर के द्वारा 15 हजार रुपए दिए जाने पर संदीप मस्के ऑडिटर जल संसाधन विभाग, हिरन डिविज़न, जबलपुर को गिरफ्तार किया गया है। ठेकेदार परिहार की सुरक्षा निधि (SD ) बारह लाख रुपए की वापस करने के बदले मस्के ने पंद्रह हज़ार रुपए माँग की थी। इस कम्प्लेन पर रिश्वत लेते EOW की टीम द्वारा मस्के को रंगे हाथों पकड़ा गया। यह।कार्यवाही DSP एवी सिंह, निरीक्षक शशिकला मस्कूले, निरीक्षक मोमेंद्र मर्सकोले, उप निरीक्षक गोविंद यादव, उप निरीक्षक फरजाना परवीन की टीम द्वारा कार्यवाही की गई।