अंधत्व निवारण में सेवा का पद्मश्री सम्मान..
डॉ. बी.के. जैन का अद्भुत योगदान…..
अमित मिश्रा…

चित्रकूट स्थित सदगुरु सेवा संघ जानकी कुण्ड के ट्रस्टी एवं निदेशक डॉ. बी.के. जैन को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्मश्री सम्मान से नवाजा है। यह सम्मान उन्हें अंधत्व निवारण के क्षेत्र में 50 वर्षों की सेवाओं के लिए प्रदान किया गया। डॉ. जैन ने 1970 के दशक में चित्रकूट जैसे पिछड़े क्षेत्र में नेत्र चिकित्सा की अलख जगाई और सदगुरु नेत्र चिकित्सालय को एक अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त संस्था में बदल दिया।
आज इस संस्था का विस्तार मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों तक है, जहां 130 प्राथमिक नेत्र जांच केंद्र कार्यरत हैं। डॉ. जैन की पहल पर प्रतिवर्ष 4,500 से अधिक सामुदायिक नेत्र शिविर आयोजित होते हैं। इसके अलावा, उनके मार्गदर्शन में अब तक पांच जिलों को मोतियाबिंद की समस्या से पूरी तरह मुक्त किया जा चुका है।
सदगुरु नेत्र चिकित्सालय में प्रतिवर्ष 1.55 लाख से अधिक नेत्र ऑपरेशन होते हैं, जो इसे विश्व के सबसे व्यस्त नेत्र चिकित्सा संस्थानों में शामिल करता है। यहां स्थित ऑप्थाल्मिक मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर विश्व का सबसे बड़ा माने जाने वाला ओटी है। अस्पताल में सालाना 17 लाख से अधिक मरीजों को उच्चस्तरीय नेत्र चिकित्सा सेवाएं दी जाती हैं।
डॉ. जैन का यह योगदान न केवल चिकित्सा जगत के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार का उत्कृष्ट उदाहरण भी है। उनका पद्मश्री सम्मान वास्तव में समर्पित सेवा और जनकल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का राष्ट्रीय स्तर पर दिया गया सशक्त मान्यता है।