भोपाल: मध्यप्रदेश की सियासत में इन दिनों सियासी उठापटक मची हुई है। कांग्रेस के कई विधायक लापता बताए जा रहे हैं कांग्रेसियों ने समेटने में लगी है वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के सीनियर लीडर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर से अपनी ही सरकार को नसीहत दी है। शिवपुरी जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा- ऐसी सरकार की जरूरत नहीं जो अपना दायित्व नहीं निभाती है।
सिंधिया ने कमलनाथ सरकार को नसीहत देते हुए कहा- सरकार का दायित्व है कि वह हर परेशानी व कठिनाई में आम जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रही। यदि वह ऐसा नहीं कर पा रही तो जनता को भी ऐसी सरकार की जरूरत नहीं है।
मंत्रालय में नहीं बैठें मंत्री
सिंधिया ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- सरकार का दायित्व है किसानों की सेवा, महिलाओं की सेवा, दलित व पिछड़े वर्ग सेवा। सरकार का दायित्व मंच पर बैठना नहीं बल्कि उसका दायित्व है आपके दिल में स्थाना पाना। मैंने 28 मंत्रियों से निवेदन किया है कि वे मंत्रालय में कम और गांव की चौपाल में ज्यादा बैठें। मैं एक-एक विधानसभा जा रहा हूंष एक जनसेवक के रूप में। आज मैं न मंत्री हूं और न ही सांसद हूं। लेकिन आपका जनसेवक हूं आपका योद्धा हूं और आखिरी सांस तक आपका सिपाही रहूंगा।
मध्यप्रदेश में सियासी भूचाल
बता दें कि मध्यप्रदेश की सियासत में इस दिनों सियासी भूचाल मचा हुआ है। कांग्रेस ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। वहीं, मध्यप्रदेश के 10 विधायक लापता बताए जा रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय सिंह के उस बयान से भी किनारा कर लिया था जिसमें उन्होंने खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था।
सिंधिया का किनारा
कांग्रेस के सीनियर लीडर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पूरे मामले में कुछ भी बोलने से बचते नजर आए। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- मुझे इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार जनता ने बनाई है और ये सरकार जनता के विश्वास के कारण ही चल रही है। हम जनसेवा के लिए राजनीति में आए हैं। वहीं, अपने राज्यसभा जाने के सवाल पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोई भी बयान नहीं दिया।