Home Uncategorized कोरोनावायरस आर्थिक विश्व युद्ध तो नही है? जिसे चीन ने लड़ा है, पढ़ें आखिर कैसे…

कोरोनावायरस आर्थिक विश्व युद्ध तो नही है? जिसे चीन ने लड़ा है, पढ़ें आखिर कैसे…

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आज जो चीन ने किया वह किसी से छुपा नहीं आगे इसका मुनाफा मिलेगा उन दवा कंपनियों को जो इन वायरस की फुल मार्केटिंग करा रही है। लोगों की जिंदगी जा रही है पूरा डर का माहौल पैदा किया जा रहा है। कोरोनावायरस के जाल में फस गई है सारी दुनिया और सुपर पावर अमेरिका भी घुटनों में आ गया है चीन ने ऐसा वायरस बनाया कि दुनिया भर के वैज्ञानिक इसका तोड़ ढूंढने में लगे है विश्व में बन रहे हालात को देखते हुए माना जा रहा है कि चीन ने इस महामारी का टीका तैयार कर रखा है लेकिन इसकी घोषणा करने से पहले और दूसरे देशों तक टीका पहुंचाने से पहले वह, दुनिया की कूटनीति और आर्थिक समीकरण को अपने हक में करना चाहता है।


इस तरह बिना युद्ध लड़े चीन अपना साम्राज्य पूरे विश्व में बना लेगा फिर वह अपने देश में बैठे-बैठे किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को हिला सकता है लेकिन तब तक चीन कोरोनावायरस की जंग के नाम पर अपने मेडिकल एक्यूमेंट, मास्क, प्रोटेक्टिव सूट्स, टीके जैसे आइटम भेजेगा। अब चीन कैसे फायदा कमाएगा जरा इसे भी समझ लीजिए कोरोनावायरस का टीका आते ही पूरी दुनिया के लोगों को लगाया जाएगा वह इस लिए क्योंकि कोरोनावायरस फैला है लेकिन उससे ज्यादा इस वायरस का डर फैला है और हर आदमी पहले से ही तैयार बैठा है उस वैक्सीन को लगवाने के लिए।


माना जा रहा है कि कोरोनावायरस के वैक्सीन को लगाने का एक व्यक्ति का खर्चा 20 हजार तक आएगा अब यदी इस महामारी से भारत मे 20 करोड़ लोग प्रभावित हुए या डर से वैक्सीन लगबाएँगे। इसे जोड़ा जाए तो अकेले उनकी हिंदुस्तान में ही 4 लाख करोड़ की बिक्री हो गई। अब यह वायरस जो चीनियों ने फैलाया है वह सबसे अमीर देशों में गया है, जैसे अमेरिका, इटली, स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, इंग्लैंड, ऑस्ट्रिया, कनाडा, बेल्जियम, सूडान, ना कि गरीब देश सोमालिया, नेपाल, भूटान, लीबिया, म्यानमार, मंगोलिया जैसे देशों में, आखिर क्यों? क्योंकि टीके का प्राइस भी तो बहुत महंगा रखना है जिसके पास पैसा होगा वही तो टीका खरीद सकता है।जिससे अनुमान लगता है कि चीनी बड़ा हाथ मारने वाले हैं।


कोरोनावायरस के टीके से हजारों करोड़ का माल बेचेगी विदेशी कंपनी वह चीनी भी हो सकते हैं और अमेरिकन भी और उस कंपनी के पास पेटेंट रहेगा कि कोई भी दूसरी कंपनी 20 साल तक उस टीके को बनाकर नहीं बेच सकती 20 सालों पर उसी कंपनी की मोनोपोली रहेगी फिर 20 सालों तक अरबों खरबों रुपए दुनिया भर से लूटेंगे यह लोग यह सब एक सोची-समझी रणनीति के तहत फ्यूचर बिजनेस प्लान बनाया गया है इन लोगों को इंसान इंसानियत से कोई लेना-देना नहीं इनका उद्देश्य है सिर्फ और सिर्फ पैसा कमाना लोगों के दिमाग में इसीलिए कोरोनावायरस का आतंक दहशत और डर बनाया जा रहा है और चीनी इसमें काफी हद तक सफल होते दिख रहे।

पागल है यह चीन वाले यह जानते ही नहीं सारी बुराइयों की जड़ यह पैसा है पैसा इंसान को ऊपर ले जा सकता है लेकिन इंसान पैसे को ऊपर नहीं ले जा सकता पैसा इतना कभी नहीं गिर पायेगा जितना पैसे के लिए इंसान गिर चुका है

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