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चित्रकूट विधायक निधि फर्जीवाड़ा: ईओडब्लू में मामला, विधायक की सफाई…….

चित्रकूट विधानसभा में विधायक निधि के दुरुपयोग का मामला आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्लू) तक पहुंच गया है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता रीतेश त्रिपाठी ने कांग्रेस की ओर से शिकायत दर्ज कराई। इसमें सार्वजनिक निधियों के दुरुपयोग, विभागीय मिलीभगत और शासन की योजनाओं के नाम पर संगठित घोटाले का आरोप लगाया गया है।
शिकायत के गंभीर बिंदु:
- 18 नालों की सफाई के नाम पर करीब 1.70 करोड़ रुपए विधायक निधि से निकाले गए।
- भौतिक प्रमाण नदारद; सफाई के कोई पुख्ता सबूत नहीं।
- ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (आरईएस) अधिकारियों की प्रत्यक्ष व परोक्ष मिलीभगत का आरोप।
- कागजों पर काम दिखाकर विभाग ने भुगतान कर दिया, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और।
- अमृत सरोवर योजना में भी कागजी घोटाले की शिकायतें सामने आईं।


विधायक ने दी सफाई
शनिवार को चित्रकूट विधायक सुरेंद्र सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी स्थिति स्पष्ट की।

- किसी तरह की ठेकेदारी नहीं करने का दावा।
- 18 कामों के लिए धनराशि जारी नहीं होने पर गबन की संभावना ही नहीं।
- काम विभागीय टेंडर से होते हैं और उतना ही भुगतान किया जाता है।
- गुणवत्ता और मात्रा से समझौता न करने की बात दोहराई।
- क्षेत्र में पानी की किल्लत स्वीकार की; कुरी और पटना बांध के अलावा कहीं पानी नहीं।
- पानी से जुड़े काम जारी रखने की प्रतिबद्धता।
- मुकेश नायक और पूर्व विधायक नीलांशु चतुर्वेदी को जांच समिति में शामिल करने का सुझाव।
- बेबुनियाद बयानबाजी और मर्यादा बनाए रखने की अपील।
- जहां एक ओर कांग्रेस विधायक निधि में हुए घोटाले को लेकर गंभीर आरोप लगा रही है, वहीं विधायक सुरेंद्र सिंह इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए अपने कामकाज को पारदर्शी बता रहे हैं। अब जांच के बाद ही सामने आएगा कि हकीकत में मामला क्या है, कागजों का खेल या वाकई में घोटाला!