सतना: के परसमनिया में जंगल विभाग व खनिज विभाग की सह पर अवैध खनन जोरों पर है, सूत्रों का कहना है कि हरदुआ और बड़गडी से अवैध पत्थर पटिया ला कर पहाड़ी में विवेक सिंह नमक कारोबारी के भंडारण में रख वैध करने का काम जमकर चल रहा है, यदि पहाड़ी भंडारण की जांच की जाय तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। जिस परसमनिया पहाड़ को बेल्लारी की संज्ञा प्राप्त है, वहां पर भंडारण आखिर किस नियम से किस कारण से दिया गया, छेत्र में लगभग दर्जनों अवैध पटिया पत्थर की खदाने चल रही हैं जिन्हें पहाड़ी के भंडारण में वैध किया जा रहा है।
कार्यवाही के नाम पर खनिज विभाग जगह जगह छापा मारी कार्यवाही कर रहा है। मगर पहाड़ी जाकर इन अवैध खदानों एवं भंडारण की जांच करने का साहस नही जुटा पा रहा, छेत्रीय लोगो का कहना है कि प्रत्येक अवैध खदान एव भंडारण से खनिज अधिकारियो एवं जंगल विभाग के अधिकारियों का लिफाफा बंधा हुआ है। संचालकों द्वारा मोटी गड्डी समय-समय पर अधिकारियों तक पहुंचाई जाती हैं। यही कारन है की अवैध उत्खनन यहाँ ख़ुशी-ख़ुशी
फल-फूल रहा है। जिसकी शिकायत पूर्व में प्रभारी मंत्री से भी की गयी थी लेकिन कारवाही के नाम पर सिर्फ बतोले बाजी ही देखने को मिली।
अवैध को वैध करने का खेल कुछ इस प्रकार होता है की जितना भी अवैध उत्खनन यहाँ किया जाता है उसे अधिकारीयों के कृपा पात्र भंडारण में लाकर रख दिया जाता है। उसके बाद टीपी काटकर पन्ना के रस्ते उसे उत्तर प्रदेश सप्लाई कर दिया जाता है। जानकारों की माने तो वैध खदानो का माल भण्डारण में नहीं रखा जाता है। इन बातों पर गौर करें तो यह जाँच का विषय है की भण्डारण में माल आखिर आता कहाँ से है।