झाली समिति प्रबंधक बने महाभ्रष्टाचारी, पथरीली जमीन का पंजीयन कराकर कई सौ क्विंटल धान केंद्रों में बेची, काली कमाई में पटवारी और समिति ऑपरेटर भी सामिल,

पथरीली जमीन में 431 क्विंटल धान उगाकर केंद्रों में बेची
सतना. सरकार की समर्थन मूल्य योजना जिले में फर्जीवाड़े की भेंट चढ़ चुकी है। यहां समिति के लोग की अन्नदाता का हक डकार रहे हैं। कोठी तहसील के झाली गांव में एक किसान ने पथरीली जमीन में 431 क्विंटल धान उगाकर केंद्र में बेच आया। यह किसान और कोई नहीं, अन्नदाता का खून चूसने वाला समिति प्रबंधक अजय गर्ग है। सूत्र बताते हैं कि सेवा सहकारी समिति झाली का प्रभारी प्रबंधक अजय कुमार गर्ग पिछले पांच साल में 50 लाख रुपए से अधिक की उपज समर्थन मूल्य पर बेच चुका है। इस माफिया के गिरोह में हल्का पटवारी और समिति ऑपरेटर भी शामिल है। तीनों मिलकर सरकार को हर साल लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगा रहे हैं।
कलेक्टर अनुराग वर्मा समर्थन मूल्य पर हो रही धान खरीदी में लगातार नजर बनाए हुए हैं। गड़बड़ी मिलने पर तत्काल कार्रवाई भी करा रहे हैं। झाली का मामला सामने आने पर कलेक्टर ने कोठी तहसीलदार ईश्वर प्रधान को जांच करने भेजा। वहां तहसीलदार भी भौचक रह गए। उन्होंने जांच में पाया कि समिति प्रबंधक अजय गर्ग ने सरकार की समर्थन मूल्य योजना से जमकर कमाई की है। जिस जमीन का पंजीयन कराया गया था, वह पथरीली है। तहसीलदार ने जांच प्रतिवेदन एसडीएम को सौंप दिया है।