पन्ना: गुनोर विकासखंड के चौकी जनशिक्षा केंद्र के अंतर्गत मंधा प्राथमिक शाला में पदस्थ मैडम जी ने बच्चों की क्लास में ही आराम की पाठशाला लगा ली और बच्चों के बस्ते को तकिया बनाकर अपने मोबाईल फिल्मी गाना लगाकर गाने का लुप्त उठाती मीडिया के कैमरे में कैद हो गई । स्कूल में एक भी बच्चों मौजूद नही थे बच्चे स्कूल के बाहर इधर उधर घूम रहे थे और मैडम जी आराम से लेटकर गाने सुनकर आराम फरमा रही थी ।
मध्यप्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री जिस जिले के प्रभारी हो और उसी जिले में शिक्षा देने वाले शिक्षकों की स्तिथि इतनी दयनीय हो जाये कि वह बच्चो को पढ़ाने की बजाए स्कूल में ही फिल्मी गानों का लुप्त उठाने लगे और बच्चों के ही बस्ते को तकिया बनाकर क्लास में लेटकर आराम फरमाने लगें तो जिले की शिक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े होना लाजिमी है ।
यह तस्वीर तो मंधा प्राथमिक शाला की है जहाँ मैडम जी बच्चो के बस्ते को तकिया बनाकर आराम करती हुई नजर आई है ।वही कुछ दिन पहले गुनोर विकासखंड ही सेल्हा माध्यमिक स्कूल में एक शिक्षक कुर्शी पर सोते हुए नजर आए थे । शिक्षकों के यह कारनामे जिले की शिक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं । बच्चो के भविष्य की चिंता किसी को नही है । सिर्फ मोटी तनख्वाह पाने के लिए ऐसे शिक्षक स्कूल में जाते तो जरूर है लेकिन उनका मन पढ़ाई की बजाय सोने और गाने सुनने में ज्यादा लगता है ।