मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस पार्टी ने बड़ी सर्जरी कर दी। पार्टी ने मप्र कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पद से कमलनाथ को हटा कर इंदौर के जीतू पटवारी को अध्यक्ष बना दिया। वहीं विधायक उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। इन नेताओं की नई नियुक्तियों से माना जा रहा है कि कांग्रेस ने जातीय समीकरण को देखते हुए ऐसा फैसला लिया है।
शनिवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने इस संबंध में पत्र जारी सभी नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू कर दी।
मालवा-निमाड़ से कांग्रेस ने दो बड़े नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। जीतू पटवारी युवा और ओबीसी के बड़े नेता होने के साथ राहुल गांधी के नजदीकी माने जाते हैं। पटवारी हाल ही में राऊ से विधानसभा चुनाव हार गए थे। वे पूर्व में उच्च शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा और जन आक्रोश यात्रा की जिम्मेदारी इंदौर संभाग में जीतू पटवारी को दी गई थी। पटवारी ने कमलनाथ सरकार को बचाने के लिए बैंगलुरू जाकर बागी विधायकों को मनाने की कोशिश भी की थी। अभी तक वे प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष थे।
जीतू पटवारी 2013 में पहली बार राऊ विधानसभा से विधायक बने। वे प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट भी रह चुके हैं।
इससे पहले मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष थे। उन्होंने 2018 में राऊ से दूसरी बार चुनाव जीता, लेकिन तीसरी बार 2023 के विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने पर उच्च शिक्षा, युवा और खेल मामलों के कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
इसके अलावा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के कार्यकाल को बरकरार रखा है।