सरकार के पास ना ऐसे संक्रमित की कोई जानकारी है, ना ही वह इसे अपने डेटा में जोड़ने के लिए अभी तैयार हैं, दरअसल सैकड़ों लोग होम एंटीजन कोविड-19 किट सीधे मेडिकल शॉप से खरीद रहे हैं, अधिकांस लोग 250 – 325 rs में मिलने वाली किट से घर पर ही टेस्टिंग कर रहे हैं, यदि संक्रमित पाए जाते हैं तो भी सरकार के पास इसकी जानकारी नहीं जाती है, कोई सिस्टम ही नहीं बना है, इस जानकारी को लाने के लिए,
मेडिकल शॉप पर ऐसे खरीदारों का रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है, ऐसे गैर लिस्टेड संक्रमित यदि आइसोलेशन की बजाए बेरोकटोक बाहर घूमते रहे तो प्रदेश व जिले में संक्रमण खतरनाक स्तर पर जा सकता है,
जो संक्रमित निकले होंगे उनकी पहचान कैसे होगी ?,
सतना में प्रतिदिन सैकड़ों के करीब यह होम टेस्ट किट बिक रही है, इस किट की जांच में 10 या 20 लोग भी यदि पाजीटिव आए तो यह निश्चित कैसे होगा की वो शासन की कोविड गाइडलाइन का पालन कर रहे होंगे, लोग पॉजिटिव आने पर अपनी रिपोर्ट की जानकारी भी शासन को नहीं दे रहे हैं,
जबकि इस किट का उपयोग करने के साथ रिजल्ट के लिए पैक के अंदर दी गई गाइड बुक में एक ऐप डाउनलोड करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन लोग इसे डाउनलोड ही नहीं कर रहे हैं,,