मां शारदा धाम की पहचान से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं! नारायण त्रिपाठी ने ‘अटाला आर्ट’ विवाद पर खोला मोर्चा……
अमित मिश्रा/सतना।

कलेक्टर पर लगाए गंभीर आरोप, मुख्यमंत्री को लिखा पत्र…
मैहर/सतना। मां शारदा की पावन नगरी मैहर की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान पर मंडराते खतरे को लेकर पूर्व विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में मैहर कलेक्टर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कलेक्टर जानबूझकर मैहर की पहचान मां शारदा धाम और शारदा सिटी से हटाकर अटाला आर्ट के नाम से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि मैहर की संस्कृति का अपमान है।

पूर्व विधायक ने कहा कि मैहर सदियों से मां शारदा की उपासना का केंद्र रहा है और यहां की पहचान धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था से जुड़ी हुई है, न कि किसी अटाला आर्ट से। उन्होंने आरोप लगाया कि कलेक्टर बिना जनसहमति के, शासकीय पत्रों और दस्तावेजों में अटाला आर्ट को बढ़ावा दे रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।

नारायण त्रिपाठी ने इसे घोर निंदनीय और असंवेदनशील कृत्य बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस तरह की ब्रांडिंग पर तुरंत रोक लगाई जाए और मैहर की पहचान को मां शारदा धाम के रूप में सुरक्षित रखा जाए। उन्होंने कहा कि अटाला आर्ट न तो मैहर की संस्कृति का हिस्सा है और न ही इसका कोई ऐतिहासिक या धार्मिक आधार है।
पूर्व विधायक ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि मैहरवासी देश की परंपराओं और संस्कृति के सम्मान के पक्षधर हैं, जो न तो वैलेंटाइन डे जैसे पश्चिमी प्रभावों को स्वीकार करते हैं और न ही अपनी आस्था से जुड़ी पहचान पर समझौता करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अटाला आर्ट की ब्रांडिंग जबरन थोपी गई, तो जनता विरोध की राह अपनाएगी।
नारायण त्रिपाठी ने कहा कि मैहर की सांस्कृतिक गरिमा और आध्यात्मिक विरासत को बचाना हर मैहरवासी का धर्म है, और वे इसके लिए हर स्तर पर संघर्ष करेंगे।