सरभंगा: टाइगर सफारी की मांग बुलंद, बन रही बड़े आंदोलन की तैयारी……

जिले भर के सोशल मीडिया अकाउंट में छिड़ी मुहिम।
अमित मिश्रा, सतना।
मध्य प्रदेश के सरभंगा जंगल में 34 बाघों का बेखौफ विचरण इस क्षेत्र की समृद्ध जैव विविधता और सफल वन्यजीव संरक्षण का जीवंत प्रमाण है। अब, सरभंगा को टाइगर सफारी या अभ्यारण्य घोषित करने की मांग जोर पकड़ रही है।
सोशल मीडिया पर भी छिड़ी मुहिम।
सतना जिले के युवाओं ने व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ‘सरभंगा टाइगर सफारी’ का मुद्दा प्रमुखता से उठाना शुरू कर दिया है। जिलेभर के सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुपों में इस पर बहस तेज हो गई है, और अब एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
स्थानीय वन्यजीव संरक्षणवादियों के अनुसार, सरभंगा का जंगल बाघों के लिए आदर्श आवास बन चुका है। यहाँ के घने जंगल, पर्याप्त शिकार और न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप ने इसे बाघों के लिए एक सुरक्षित स्थान बना दिया है।
अभ्यारण्य घोषित करने की मांग बुलंद
स्थानीय पर्यावरणविदों और आम जनता का मानना है कि सरभंगा को टाइगर सफारी या अभ्यारण्य घोषित करने से न केवल बाघों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
आओ मिलकर अलख जगाएं, सरभंगा को अभ्यारण्य बनाएं!
अब देखना यह है कि सरकार इस बढ़ती मांग पर क्या कदम उठाती है।#SarbhangaStory #TaleOfTigers #HopeForWildlife