मुआवजे के लिए पावरग्रिड की हाईटेंशन लाइन के टावर पर चढ़कर बैठे किसान तीसरे दिन भी अपनी मांगों पर अड़े रहे किसानों ने टावर पर ही चारपाई बांधकर बैठने वा आराम करने की जगह बना ली है रात में जब सरकारी अमला पीछे हट जाता है तब घर वालों की मदद से खाने पीने का सामान भी ले जाते हैं इस बीच रविवार को एसडीएम राजेश साही ने एसपी सुरेश जैन और उस मौके पर जाकर एक बार फिर समझाने का प्रयास किया फिरभी बात नहीं बनी किसानों के समर्थन में उनके परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीण जन सुबह से लेकर शाम तक टावर के पास बैठे रहते हैं। जानकारी अनुसार 2014,15 में पावर ग्रिड किसानों के खेत से हाईटेंशन के टावर लगवाएं उस समय मुआवजा देने में चाबी बनवाने की गए थे इस बात से नाराज किसान तभी से प्रदर्शन कर रहे हैं वर्ष 2017 में कलेक्टर संतोष मिश्रा बारह लाख प्रति टावर मुआवजा निर्धारित किया था, जिसके खिलाफ पावरग्रिड प्रबंधन हाईकोर्ट चला गया था और स्टे हासिल कर लिया था तब से इस दिशा में शासन की तरफ से कोई पहल नहीं हुई किसान भी अपने हक के लिए इंतजार करते रह गए
और जब अभी तक मुवाबजा नही आया तो 20मई को किसान फिर हाईटेंशन टावर में चढ़ गए