Uncategorized

रबर बोर्ड केरल और ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट के बीच अकादमिक समझौता….

मध्य प्रदेश में रबर की खेती की संभावनाओं और उत्पादकता पर होगा संयुक्त अध्ययन

रबर बोर्ड केरल और महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय, चित्रकूट के बीच एक अकादमिक समझौता (एमओयू) संपन्न हुआ है। यह एमओयू मध्य प्रदेश में रबर की खेती की संभावनाओं और उसकी उत्पादकता का अध्ययन करने के उद्देश्य से किया गया है।

समझौता कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. भरत मिश्र, प्रभारी कुलसचिव प्रो. आर. सी. त्रिपाठी, कृषि संकाय अधिष्ठाता प्रो. डी. पी. राय, प्रो. एच. एस. कुशवाहा तथा रबर बोर्ड की ओर से वैज्ञानिक डॉ. राजू एम. जे. उपस्थित रहे।

प्रो. डी. पी. राय ने बताया कि रबर बोर्ड ने हाल के वर्षों में गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार के विश्वविद्यालयों के साथ भी इसी तरह के एमओयू किए हैं। अभी तक रबर की खेती मुख्य रूप से केरल और त्रिपुरा जैसे राज्यों में होती है, लेकिन अब इसे मध्य भारत में भी विस्तार देने की दिशा में पहल की जा रही है।

समझौते के अंतर्गत मध्य प्रदेश में रबर की खेती के लिए उपयुक्त क्षेत्रों की पहचान, अच्छी कृषि पद्धतियों का विकास और किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में कार्य किया जाएगा। रबर बोर्ड का यह प्रयास देश के अन्य हिस्सों में रबर उत्पादन को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

Related Articles

Back to top button