नवरात्रि महोत्सव के मद्देनज़र 3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले मेले की तैयारियों को लेकर कमिश्नर बी.एस. जामोद ने अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में मुख्य रूप से सुरक्षा, सड़क मरम्मत, बिजली आपूर्ति और अन्य सुविधाओं पर चर्चा की गई।
सड़क मरम्मत और सुधार
त्रिकुट पर्वत की ओर जाने वाली सड़क की स्थिति खराब होने के कारण कुछ जगहों पर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। कमिश्नर ने लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले से पहले इन सड़कों की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया जाए। इसके साथ ही, बिजली विभाग को 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी तैयार रखने को कहा गया है।
सुरक्षा व्यवस्था
पुलिस प्रशासन ने मंदिर क्षेत्र को सुरक्षा दृष्टिकोण से 5 जोन में विभाजित किया है। हर जोन में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था रहेगी, जिसमें पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। विशेष रूप से गर्भगृह में तीन प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहेगी। अन्य क्षेत्रों में भी पुलिस की तैनाती सुनिश्चित की गई है।
अन्य व्यवस्थाएँ
- परिसर में पेड़ों की छंटाई: मंदिर परिसर में स्थित नीम के पेड़ों की छंटाई के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
- रेलिंग व्यवस्था: दर्शन के बाद श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के पीछे दो हिस्सों में रेलिंग लगाई जाएगी, जो अलग-अलग दिशाओं में मार्ग प्रदान करेगी।
बैठक में आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार, डीआईजी साकेत पांडे, समेत अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी उपस्थित रहे।
इस प्रकार, प्रशासन ने नवरात्रि मेले की तैयारी को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो और मेला सुचारू रूप से आयोजित हो सके।