जिला अस्पताल गेट पर मोबाइल की रोशनी में हुआ प्रसव, जनरेटर-सोलर दोनों बंद: सिविल सर्जन बोले- जांच कराएंगे….

जिला अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल उस वक्त खुल गई, जब एक गर्भवती महिला को अस्पताल के गेट पर ही अंधेरे में प्रसव कराना पड़ा। रामस्थान-भठिया निवासी श्यामलाल कोल की पत्नी सोनम को सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए जननी एक्सप्रेस से अस्पताल लाया गया था। लेकिन प्रसव का समय आते ही उसे समय पर अस्पताल के अंदर नहीं ले जाया जा सका और गेट पर ही प्रसव कराया गया।
उस वक्त बारिश के कारण बिजली पहले से ही बंद थी। हैरानी की बात यह रही कि अस्पताल का जनरेटर भी बंद था और न ही सोलर पैनल से बिजली मिल रही थी। ऐसे में मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में प्रसव कराया गया। यह घटना अस्पताल की तैयारियों और आपात स्थिति से निपटने की क्षमता पर सवाल खड़े करती है।
घटना की जानकारी मिलने पर सिविल सर्जन ने पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जो भी इसमें दोषी पाए जाएंगे, उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी। यह लापरवाही महिला और नवजात दोनों के जीवन के लिए खतरा बन सकती थी।