Uncategorizedदेशमध्यप्रदेशसतना

खुले बोरवेल से मासूमों की मौत पर फूटा गुस्सा:

नीति विफल, सिस्टम गूंगा, कौन चुकाएगा मासूमों की जान की कीमत?– वंदना बागरी….

रैगांव विधानसभा क्षेत्र के हिलौंधा गांव में खुले बोरवेल में गिरकर दो मासूम बच्चियों की दर्दनाक मौत ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव वंदना बागरी ने इस हृदयविदारक घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार और प्रशासन पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह हादसा नहीं, बल्कि शासन की नीतिगत विफलता और प्रशासन की लापरवाही का परिणाम है।

वंदना बागरी ने कहा कि पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन हर बार सरकार केवल खानापूर्ति कर चुप बैठ जाती है। आखिर कब तक मासूम जिंदगियां इस लापरवाही की कीमत चुकाती रहेंगी? उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मांग की कि प्रदेश में सभी खुले बोरवेल तत्काल चिन्हित कर सुरक्षित बंद कराए जाएं। साथ ही उन्होंने सख्त कानून बनाने की मांग की ताकि खुले बोरवेल छोड़ने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई हो सके।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक बोरवेल पर चेतावनी बोर्ड, बैरिकेडिंग और निगरानी अनिवार्य की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगे। साथ ही पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक मदद और मानसिक परामर्श दिया जाए। वंदना बागरी ने कहा, अब समय संवेदना जताने का नहीं, जवाबदेही निभाने का है। मासूमों की जान केवल आंकड़ा नहीं, यह शासन की असली परीक्षा है।

Related Articles

Back to top button