एक मासूम की मौत या सुनियोजित साजिश? – बरा कला में नाबालिग की संदिग्ध मृत्यु पर उबाल….

बरा कला स्थित ईसाई मिशनरी हॉस्टल में रह रही नाबालिग लड़की संजना (परिवर्तित नाम) की संदिग्ध मृत्यु ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। बताया गया है कि वह पिछले एक वर्ष से इंग्लिश कोचिंग के लिए हॉस्टल में रह रही थी। मिशनरी संचालकों का दावा है कि उसने आत्महत्या की, लेकिन परिजनों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह एक गहरी साजिश है।
परिजनों का कहना है कि संजना कुछ हफ्तों से मानसिक रूप से परेशान थी और किसी से खुलकर बात नहीं कर रही थी। वहीं, स्थानीय लोगों का आरोप है कि हॉस्टल से जुड़े एक फादर पहले भी संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं, लेकिन मिशनरियों के दबाव में सच्चाई सामने नहीं आ पाती।
बजरंग दल ने इस घटना को हत्या बताते हुए 15 अप्रैल को बरा कला मे शाम 4 बजे उग्र विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। संगठन का सवाल है कि असम की एक नाबालिग लड़की को किसकी अनुमति से यहां लाया गया और ऐसे संस्थानों को लड़कियों को रखने की छूट कैसे दी गई ?
यह घटना केवल एक बच्ची की मौत नहीं, बल्कि समाज के लिए एक कठोर आईना है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है और समाज से बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।