मम्मा के स्नेह और सरलता की याद में कंचनपुर में गूंजेगी श्रीकृष्ण कथा…..
अमित मिश्रा/सतना।

कंचनपुर बनेगा भक्ति और अध्यात्म का तीर्थस्थल, सात दिवसीय कथा में उमड़ेगी भीड़….
कंचनपुर, कोठी (सतना)। ग्राम कंचनपुर में 1 से 7 अक्टूबर तक सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन भव्य रूप से किया जा रहा है। यह आयोजन स्व. श्रीमती इन्द्राज सिंह बघेल (मम्मा) की पुण्य स्मृति में उनके पुत्र धनंजय सिंह बघेल द्वारा कराया जा रहा है। मिलनसार, स्पष्टवक्ता और प्रेमपूर्ण व्यवहार के कारण “मम्मा” इलाके में हर दिल अज़ीज़ थीं। बच्चों से लेकर महिलाएं तक उनके पास अटलिया जमाए बिना, व आशीर्वाद लिए बिना नहीं रहते थे। बीते वर्ष उनके असामयिक निधन ने पूरे परिवार और उनके अपनों को गहरे दुःख में डाल दिया। उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने हेतु पुत्र द्वारा यह धार्मिक आयोजन किया जा रहा है।

कथा का वाचन परम पूज्य श्री श्री 1008 युवराज स्वामी बद्रीप्रपन्नाचार्य जी महाराज के श्रीमुख से होगा।
प्रतिदिन कथा दोपहर 1 बजे से हरि इच्छा तक चलेगी। कार्यक्रम की शुरुआत 1 अक्टूबर को कलश यात्रा व पूजन से होगी। इसके बाद क्रमशः
2 अक्टूबर को हिरण्याक्ष वध,
3 अक्टूबर को ध्रुव चरित्र,
4 अक्टूबर को प्रह्लाद एवं समुद्र मंथन,
5 अक्टूबर को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव,
6 अक्टूबर को कृष्ण-रुक्मणी विवाह तथा
7 अक्टूबर को सुदामा चरित्र व परीक्षित मोक्ष की कथा होगी।
8 अक्टूबर को हवन व विसर्जन तथा
9 अक्टूबर को ब्राह्मण भोजन व भंडारा संपन्न होगा।

श्रीमद् भागवत महापुराण भक्ति और मोक्ष का सार है। इसका संदेश है कि कलियुग में हरि-स्मरण और कथा श्रवण ही मन की शुद्धि और जन्म-जन्मांतर के पापों से मुक्ति का सरल मार्ग है। कथा में समर्पण, भक्ति और निष्काम कर्म की प्रेरणा है, जिससे जीवन के दुःख व मोह दूर होकर शांति और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। आयोजकों ने सभी धर्मप्रेमी बंधुओं से इस पुण्य अवसर पर उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने की अपील की है….


