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पीएम सुरक्षित मातृत्व अभियान में लापरवाही, 42 गर्भवती महिलाओं की जांच अधूरी……

सतना। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर माह की 9 और 25 तारीख को आयोजित होने वाले विशेष स्वास्थ्य शिविरों का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है। लेकिन जिले में इस अभियान की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।

25 मार्च को जिले के विभिन्न सिविल अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में 683 गर्भवती महिलाओं की जांच हुई, जिनमें से 393 को हाई-रिस्क की श्रेणी में रखा गया। इनमें से 153 महिलाओं को सोनोग्राफी कराने की सलाह दी गई, लेकिन 15 दिन बीतने के बाद भी 42 महिलाओं की जांच नहीं हो सकी।

आंकड़ों के अनुसार, रामपुर बाघेलान में 10, मझगवां में 9, रामनगर में 1, अमरपाटन में 2, मैहर में 4, जिला अस्पताल में 18, नागौद में 2 और उचेहरा में 6 गर्भवती महिलाओं की जांच अब तक अधूरी है। जबकि नियमानुसार इनकी जांच शिविर के दूसरे या तीसरे दिन अनिवार्य रूप से हो जानी चाहिए थी।

मामले मे स्वास्थ अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. एल. के. तिवारी ने कहा, “हम मान रहे हैं कि कुछ महिलाओं की सोनोग्राफी नहीं हुई होगी। इस संबंध में एक निर्देश जारी कर जल्द से जल्द सभी की जांच करवाई जाएगी। जहां भी गर्भवती महिलाएं बड़ी संख्या में आईं और जांच शून्य रही, वहां यह देखा जाएगा कि डॉक्टर ने जांच लिखी थी या नहीं।

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