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सतना में शिक्षा का उत्सव: 450 बच्चों का सम्मान, सिंधी समाज की अनोखी पहल…..

मेधावी छात्र-छात्राओं को मिला अनमोल रत्न 2025 अवार्ड,

सतना, शहर का माहौल रविवार को उस समय गौरव और उमंग से भर गया, जब सामाजिक संस्था जिए सिंध सेवा संगम द्वारा माधव गुणवंती सेलिब्रेशन हॉल में आयोजित भव्य समारोह में 450 मेधावी छात्र-छात्राओं को ‘अनमोल रत्न 2025 अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। यह सभी बच्चे इस वर्ष 85% से अधिक अंक लाकर उत्तीर्ण हुए हैं, जिन्होंने न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे सिंधी समाज का नाम रोशन किया है।

कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्री झूलेलाल के चित्र पर दीप प्रज्वलन और हरे माधव सतगुरु साईं ईश्वर शाह साहिब जी के पावन चरणों में ‘मेरे सतगुरु हम शरण तेरी आए’ की पुकार के साथ हुआ। इसके पश्चात मंच पर उपस्थित अतिथियों द्वारा बच्चों को सर्टिफिकेट, गोल्ड मेडल और गिफ्ट प्रदान कर सम्मानित किया गया।

संस्था के फाउंडर मनोहर सुगानी ने बताया कि बच्चों की मेहनत और लगन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है, ताकि समाज के अन्य बच्चे भी आगे बढ़ने की प्रेरणा लें और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर समाज और देश का नाम रोशन करें।

अतिथियों ने बच्चों का बढ़ाया हौसला

कार्यक्रम में डॉ. लक्ष्मी मोहनानी, महिला थाना प्रभारी श्वेता मौर्य, समाजसेविका वर्षा कुकरेजा, अनिशा मीरानी, भावना सुगानी, शंकर मीरानी, अशोक सुखरामानी, मनोहर आहूजा, मनीष टेकवानी, रविंद्र पंजवानी, अनिल सेनानी, विशाल राजपाल, कन्हैयालाल कामदार, घनश्याम मंघरानी, गंगाराम होतवानी, काजल बजाज और पिंकी कापड़ी उपस्थित रहे।

सभी अतिथियों ने बच्चों की मेहनत और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में बेटा-बेटी दोनों कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं, जो समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

कार्यक्रम में रही विशेष उपस्थिति

कार्यक्रम में समाज की कई महिलाओं और युवाओं की सक्रिय उपस्थिति रही, जिनमें संजय आहूजा, कपिल सुगानी, नेहा पंजवानी, मेघा तारवानी, भाविका साहनी, दिव्या वाधवानी, दिया बजाज, इशिका कंधारी, मोना बजाज, नीतू आहूजा, पूजा मोटवानी, प्रिया बजाज, प्रिया केसवानी, श्वेता भागदेव, तनु गिदवानी, वंशिका वरयानी, यूवी ठारवानी, खुशबू चांदवानी, मुस्कान बजाज, स्नेहा बजाज, श्वेता मंघनानी और डिंकी नागदेव ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।

अभिभावकों के चेहरे पर झलका गर्व

अवार्ड समारोह में बच्चों के साथ उनके माता-पिता भी मौजूद थे। जैसे ही बच्चों का नाम मंच से पुकारा जाता, उनके चेहरे पर आत्मविश्वास की चमक और मुस्कान दिखाई देती, वहीं माता-पिता की आंखों में गर्व और संतोष की झलक साफ नजर आती। यह क्षण उनके लिए वर्षों की मेहनत और संघर्ष का फल साबित हुआ।

बच्चों के लिए यादगार पल

कार्यक्रम में सम्मानित बच्चों के लिए यह दिन यादगार बन गया। उनके हाथों में जब गोल्ड मेडल और प्रमाण पत्र आया, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ता गया। संस्था द्वारा प्रदान किए गए उपहारों ने बच्चों के चेहरे पर अतिरिक्त मुस्कान ला दी। इस दौरान बच्चों ने भी मंच पर अपने भविष्य के सपनों को साझा किया, जिसमें डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट और आईएएस बनने की इच्छाएं प्रमुख रहीं।

संस्था के प्रयासों की सराहना

कार्यक्रम के दौरान अभिभावकों और समाज के वरिष्ठजनों ने ‘जिए सिंध सेवा संगम’ की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों के मन में आत्मविश्वास और समाज के प्रति जुड़ाव को बढ़ाते हैं। इससे समाज में शिक्षा के प्रति गंभीरता और प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा होती है, जिससे आने वाले समय में समाज का शैक्षणिक स्तर और भी सशक्त होगा।

आगे भी जारी रहेगा सम्मान

फाउंडर मनोहर सुगानी ने जानकारी दी कि संस्था आने वाले वर्षों में भी मेधावी छात्रों का इसी प्रकार सम्मान करती रहेगी। उन्होंने कहा कि संस्था का उद्देश्य शिक्षा, सामाजिक सहयोग और संस्कारों को एक साथ लेकर समाज को आगे बढ़ाना है।

कार्यक्रम का समापन सभी बच्चों, अतिथियों और अभिभावकों के सामूहिक फोटो से हुआ, जिससे यह अवार्ड समारोह सभी के लिए एक अविस्मरणीय स्मृति बन गया।

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