यूरिया संकट गहराया: चार डबल लॉक सेंटर खाली, एमपी एग्रो का भी स्टॉक खत्म…..
अमित मिश्रा/सतना।
सतना। खरीफ सीजन के बीच जिले में यूरिया खाद की किल्लत ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। राहत के दावों के बावजूद आपूर्ति नहीं हो पा रही, जिससे टोकन लेने वाले किसानों को भी समय पर खाद नहीं मिल रही। सतना-मैहर क्षेत्र के नागौद, अमरपाटन और उचेहरा केंद्रों में मात्र 157 मीट्रिक टन स्टॉक बचा है, जबकि यूरिया की नई रैक न आने से संकट और गहराने की आशंका है।
9 हजार मीट्रिक टन की जरूरत, सेंटर खाली
जिले में इस समय करीब 9 हजार मीट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता है। इसके विपरीत मार्कफेड के चार प्रमुख डबल लॉक सेंटर—सिविल लाइन, शेरगंज, मैहर और देवराजनगर—पूरी तरह खाली हो चुके हैं। शुक्रवार से यहां टोकन लेकर आने वाले किसानों को भी खाद उपलब्ध नहीं होगी।
एमपी एग्रो का स्टॉक खत्म
बिरला रोड स्थित एमपी एग्रो केंद्र पर गुरुवार को वितरण के बाद स्टॉक शून्य हो गया। यहां 50-60 टोकनधारी किसान खाद से वंचित रह गए। मार्कफेड का दावा है कि गुरुवार को 1650 किसानों को 600 मीट्रिक टन यूरिया बांटा गया, लेकिन अभी भी डेढ़ हजार से अधिक किसान टोकन लेकर इंतजार में हैं।
कालाबाजारी पर कार्रवाई
इसी बीच नागौद में तहसीलदार प्रज्ञा दुबेदी ने छापा मारकर एक खाद दुकान में कालाबाजारी पकड़ी। दुकानदार यूरिया निर्धारित दर से अधिक 450 रुपये में बेच रहा था। मौके पर ही तय मूल्य पर वितरण कराया गया और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
किसानों की बढ़ती परेशानी ने प्रशासन की आपूर्ति व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।