तकनीकी गड़बड़ी से किसानों की बढ़ी मुश्किलें: नागौद में 3 हजार टोकन लंबित, सिर्फ 179 को मिला यूरिया……
आदित्य मिश्रा…..

सतना। जिले में मार्कफेड के डबल लॉक केंद्रों पर शनिवार को यूरिया वितरण के दौरान तकनीकी खराबी से किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह से ही हजारों किसान केंद्रों पर लाइन में लगे थे, लेकिन सर्वर डाउन होने के कारण अधिकांश को खाद नहीं मिल पाई। नागौद की स्थिति सबसे गंभीर रही, जहां 3,000 से अधिक किसानों के टोकन लंबित रहे और मात्र 179 किसानों को ही यूरिया मिल सका। किसानों का कहना था कि वे सुबह से इंतजार करते रहे और अंततः खाली हाथ लौटना पड़ा।
इधर, पांच दिन की प्रतीक्षा के बाद सतना और मैहर में यूरिया का वितरण हुआ। दिनभर में 2,746 किसानों को 494 मीट्रिक टन खाद बांटी गई। शेरगंज में 400 किसानों को 75 एमटी, उचेहरा में 580 किसानों को 89 एमटी, नागौद में 179 किसानों को 18 एमटी, मैहर में 712 किसानों को 86 एमटी और अमरपाटन में 475 किसानों को 93 एमटी यूरिया दिया गया। हालांकि, सतना सिविल लाइन और देवराजनगर केंद्रों का स्टॉक पूरी तरह खत्म हो गया, जिससे 850 से अधिक किसानों को इंतजार करना पड़ रहा है।
फिलहाल जिले के डबल लॉक केंद्रों में केवल 490 एमटी यूरिया शेष है। इसमें शेरगंज में 27 एमटी, उचेहरा में 41 एमटी, नागौद में 112 एमटी, मैहर में 210 एमटी और अमरपाटन में 100 एमटी का स्टॉक उपलब्ध है। राहत की बात यह है कि एचयूआरएल से जल्द ही 895 मीट्रिक टन यूरिया जिले को प्राप्त होगा। इसमें नागौद को 200 एमटी, अमरपाटन को 200 एमटी, सिविल लाइन को 145 एमटी, शेरगंज को 150 एमटी, उचेहरा को 100 एमटी और देवराजनगर को 100 एमटी आवंटित किया जाएगा।
तकनीकी खामियों और स्टॉक की कमी के चलते किसानों की दिक्कतें लगातार बनी हुई हैं। समय पर खाद न मिलने से उनकी बोवनी और फसलों पर असर पड़ने की आशंका गहराती जा रही है।