सवालों के घेरे में यातायात प्रभारी: सतना की सड़कों पर अव्यवस्था……
अमित मिश्रा/सतना।

प्रशासन कब लेगा जिम्मेदारी?
सतना। शहर की यातायात व्यवस्था दिन-ब-दिन बदहाल होती जा रही है। मुख्य मार्गों पर घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है, लेकिन यातायात पुलिस और प्रभारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे। प्रशासन द्वारा सड़क किनारे लाइन खींचकर पार्किंग व्यवस्था बनाई गई थी कि लाइन से बाहर खड़ी गाड़ियां जप्त की जाएंगी, परंतु यह नियम कुछ ही दिनों में कागजों तक सीमित रह गया।
आज भी बीच सड़क पर वाहन खड़े रहते हैं और यातायात पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है।
शहर के कई प्रमुख चौराहों जैसे भरहुत नगर तिराहा, स्टेशन रोड, सर्किट हाउस और सिविल लाइन के पास पुलिसकर्मी दिखते हैं, लेकिन इनसे इतर मुख्य मार्गों पर भारी वाहन और ट्रक खुलेआम खड़े रहते हैं।
सबसे बड़ी चिंता यह है कि बाईपास और अस्पतालों के सामने भी गाड़ियों की अव्यवस्थित पार्किंग होती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता है।

सोशल मीडिया पर लगातार आयुष्मान अस्पताल के सामने अव्यवस्थित पार्किंग की शिकायतें सामने आईं, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
नागरिकों का कहना है कि यातायात प्रभारी और उनकी टीम केवल चुनिंदा स्थानों पर ही सक्रिय रहते हैं और सड़क पर उतरकर व्यवस्था बनाने की पहल नहीं करते। आरोप है कि अवैध बालू, कोयला और ट्रांसपोर्टेशन से जुड़े वाहन चालकों पर कार्यवाही से बचा जाता है, जबकि छोटे वाहनों और बाइक चालकों पर चालान काटकर खानापूर्ति की जाती है।
यह स्थिति न केवल शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब है बल्कि प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करती है। अब जरूरी है कि वरिष्ठ अधिकारी यातायात व्यवस्था की गंभीरता को समझें, संबंधित प्रभारी पर कार्रवाई करें और शहरवासियों को राहत दिलाएं।
सड़क किनारे खड़े ट्रकों पर सवाल….
•भारी वाहन सड़क किनारे क्यों?
•क्या सड़क के किनारे खड़े भारी वाहन यातायात पुलिस को नहीं दिखते?
•सडक के किनारे खडे इन भारी ट्रकों के कारण कभी भी हो सकती है गंभीर दुर्घटना!
•नियम सिर्फ कागजों में क्यों?
•कार्रवाई कब होगी?