स्कूल में पाठ पढ़ाने की बजाय शराब की पेटी उठाते गुरुजी, सिस्टम पर उठा बड़ा सवाल….
आदित्य मिश्रा/कोठी।

सरकारी शिक्षक की गैर-जिम्मेदारी कैमरे में कैद, नैतिक शिक्षा पर करारा तमाचा…..
स्कूल टाइम में शराब की पेटी खरीदते कैमरे में कैद, शिक्षा की साख पर सवाल……
सतना जिले के मझगवां विकासखंड से सामने आया यह मामला केवल एक शिक्षक की व्यक्तिगत गलती नहीं, बल्कि सरकारी जिम्मेदारियों की गिरती मर्यादा और व्यवस्था की ढिलाई पर बड़ा सवाल है। चुवा प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षक शारदा प्रसाद वर्मा का स्कूल समय के दौरान शराब दुकान से शराब खरीदते वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो 11 दिसंबर 2025 दोपहर 3:13 बजे का बताया जा रहा है। इसमें शिक्षक उत्तर प्रदेश सीमा के पिंड्रा डिढोला स्थित शराब दुकान पर न केवल शराब खरीदते दिख रहे हैं, बल्कि अपनी गाड़ी में पूरी पेटी रखते हुए भी साफ नजर आ रहे हैं। गंभीर बात यह है कि आरोप है शिक्षक ने उस दिन न तो कोई अवकाश लिया था और न ही स्कूल में उपस्थित थे, यानी बच्चों की पढ़ाई छोड़कर जाम की तैयारी की जा रही थी।
यह घटना उस समय सामने आई है, जब सरकार शिक्षा की गुणवत्ता, नैतिक मूल्यों और शिक्षक की गरिमा पर लगातार जोर दे रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि जिन पर बच्चों के भविष्य को गढ़ने की जिम्मेदारी है, यदि वही ड्यूटी टाइम में इस तरह की गतिविधियों में लिप्त पाए जाएं, तो समाज को क्या संदेश जाएगा?
मामले की गंभीरता को देखते हुए बीईओ रामविश्वास साकेत ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की है। टीम ने स्कूल पहुंचकर शिक्षक, छात्रों और अभिभावकों के बयान दर्ज किए हैं तथा दो दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि दोष सिद्ध होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम के लिए चेतावनी है। सरकारी पद कोई विशेषाधिकार नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है। शिक्षक समाज का आदर्श होता है, और आदर्श जब भटकता है, तो पीढ़ियां भटक जाती हैं। अब देखना यह है कि जांच के बाद कार्रवाई केवल कागजों तक सीमित रहती है या सच में अनुशासन का उदाहरण बनती है….