सतना-मैहर में खाद वितरण में बड़ा खेल! मार्कफेड जिला विपणन अधिकारी नेहा पियूष तिवारी पर कालाबाजारी का आरोप….
अमित मिश्रा/सतना।

किसानों की शिकायत पहुंची केन्द्रीय कृषि मंत्री तक।

सतना। जिले के किसानों के साथ खुलेआम हो रही लूट अब प्रशासनिक गलियारों से निकलकर सीधे दिल्ली तक पहुंच गई है। खाद वितरण में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए किसानों ने शिकायत भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान से की है। किसानों का सीधा आरोप है कि मार्कफेड की जिला विपणन अधिकारी नेहा पियूष तिवारी इस पूरे खेल की मुख्य जिम्मेदार हैं।
किसानों पर महंगी खाद का बोझ….
केंद्र सरकार ने यूरिया की दर 266.50 रुपये प्रति बोरी तय कर रखी है। लेकिन मैहर डबल लॉक गोदाम से किसानों को 270 रुपये प्रति बोरी पर खाद दी जा रही है। यह अंतर भले ही कुछ रुपये का लगे, मगर प्रतिदिन रामनगर, अमरपाटन और मैहर डबल लॉक से करीब 7,000 बोरी खाद बिकने से 24500 रुपये की अवैध वसूली मैहर क्षेत्र से और 40000 रुपये सतना जिले से की जा रही है। इस तरह सिर्फ एक दिन में 64,500 रुपये की अवैध कमाई हो रही है। किसानों का कहना है कि जून से अब तक यह आंकड़ा करोड़ों रुपये तक पहुंच चुका है।
जांच और एफआइआर की मांग..
शिकायतकर्ताओं ने साफ कहा है कि इस गोरखधंधे में जिला विपणन अधिकारी नेहा पियूष तिवारी, उर्वरक प्रभारी वीरेंद्र अहिरवार और मैहर डबल लॉक गोदाम प्रभारी मुक्तार अहमद शामिल हैं। किसानों ने मांग की है कि शासन स्वतंत्र जांच दल गठित कर सीधे किसानों से पूछताछ करे और प्रथम दृष्टया एफआइआर दर्ज कर कठोर दंडात्मक कार्रवाई करे।
दिल्ली तक पहुंचा मामला —
किसानों ने यह मामला सीधे केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान में भेजा है। अब देखना होगा कि केंद्र सरकार इस गंभीर प्रकरण पर क्या रुख अपनाती है। जिले के किसान आशा लगाए बैठे हैं कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी और भविष्य में खाद वितरण की पारदर्शी व्यवस्था लागू की जाएगी।