विंध्य में नशा माफिया पर पुलिस का प्रहार, आईजी की सख्ती से मचा हड़कंप!….
अमित मिश्रा/सतना।

नशे के खिलाफ महायुद्ध, विंध्य में नशा माफिया पर टूटा पुलिस का कहर…
सतना/रीवा। रीवा रेंज के आईजी गौरव राजपूत के सख्त निर्देशन में चलाए जा रहे ऑपरेशन प्रहार 2.0 ने विंध्य अंचल में नशे के कारोबारियों की नींद उड़ा दी है, सोमवार से शुरू हुए इस विशेष अभियान में रीवा, सतना, सीधी और सिंगरौली जिलों में एक साथ ताबड़तोड़ कार्यवाहियां जारी हैं, एनडीपीएस एक्ट और ड्रग कंट्रोल एक्ट के तहत अब तक दर्जनों नशा कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है, पुलिस टीमों ने गांजे के हरे पेड़, सूखा गांजा, नशीली सिरप, टेबलेट और अन्य प्रतिबंधित पदार्थ जब्त किए हैं,
आईजी गौरव राजपूत ने बताया कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक विंध्य क्षेत्र से नशे की जड़ें पूरी तरह उखाड़ नहीं दी जातीं, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, नशे के इस कारोबार को चलाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, जो पुलिसकर्मी इस अवैध धंधे से जुड़े पाए गए, वे भी सजा के लिए तैयार रहें,
गौरतलब है कि आईजी राजपूत ने पदभार संभालने के बाद ही नशे के खिलाफ सख्त रुख अपनाया था, लेकिन कुछ थाना प्रभारियों और सिपाहियों की मिलीभगत ने अभियान की धार को कमजोर कर दिया था, अब एक बार फिर उन्होंने मोर्चा संभालते हुए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि नशे के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने तक कार्रवाई नहीं रुकेगी,
बीते कुछ महीनों में सतना, रीवा और आसपास के जिलों में नशे के कारण अपराधों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही थी, चाकूबाजी, फायरिंग, लूटपाट और सड़क झगड़ों के अधिकतर मामलों के पीछे नशे का असर पाया गया, इसी पृष्ठभूमि में आईजी ने समस्त जिला पुलिस अधिकारीयों को कड़े निर्देश दिए कि नशे के कारोबार में शामिल किसी भी पुलिसकर्मी या अधिकारी को तुरंत चिन्हित कर दंडित किया जाए।
वहीं, समाज के बुद्धिजीवियों और जागरूक नागरिकों ने भी इस अभियान का स्वागत किया है, उनका कहना है कि केवल पुलिस पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं, बल्कि समाज को भी आगे आकर नशे के खिलाफ आवाज उठानी होगी, लोगों को चाहिए कि अपने आसपास ऐसे लोगों की पहचान करें जो युवाओं को नशे में धकेल रहे हैं या इस धंधे को बढ़ावा दे रहे हैं, परिजनों को भी सतर्क रहकर अपने बच्चों पर नजर रखनी चाहिए और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना पुलिस को देनी चाहिए,
आईजी राजपूत ने भी अपील की है यह सिर्फ पुलिस का नहीं, समाज का भी अभियान है, जब तक लोग साथ नहीं देंगे, तब तक नशे की जकड़न पूरी तरह खत्म नहीं की जा सकती, हमें मिलकर विंध्य को नशामुक्त बनाना है,
फिलहाल ‘ऑपरेशन प्रहार-2’ के तहत लगातार छापेमारी, गिरफ्तारी और जब्ती की कार्रवाइयां चल रही हैं, पुलिस की सख्ती से नशा कारोबारियों में हड़कंप है, और लोगों में उम्मीद जागी है कि यदि यह रफ्तार बरकरार रही, तो विंध्य की धरती एक बार फिर नशामुक्त होकर सांस ले सकेगी……..
 
				
