महिला टीसी पर छात्रा से मारपीट और गाली-गलौज के आरोप, क्या रेलवे स्टाफ को मिले हैं ऐसे अधिकार?
अमित मिश्रा/सतना।

सतना। रेलवे स्टेशन पर बुधवार को टिकट चेकिंग के दौरान बड़ा हंगामा हो गया। जैतवारा निवासी लॉ छात्रा शालिनी और महिला टिकट चेकर (टीसी) रेनू सिंह के बीच विवाद इतना बढ़ा कि छात्रा ने टीसी पर मारपीट और गाली-गलौज के गंभीर आरोप लगाए, वहीं रेलवे प्रशासन ने आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया।
छात्रा ने महिला टीसी के साथ मुख्य टिकट निरीक्षक डीके ओझा पर भी गाली गलौज के आरोप लगाए हैं।
जानकारी के मुताबिक, स्टेशन के मेन गेट पर बिना टिकट यात्रा कर रही छात्रा को महिला टीसी रेनू सिंह ने पकड़ा और टीसी कक्ष में ले जाया गया। छात्रा का आरोप है कि वहां उससे गाली-गलौज की गई और विरोध करने पर थप्पड़ मार दिया गया। उसका कहना है कि सिर दरवाजे से टकराने के कारण कान के पास चोट आई।
इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने भी बताया कि टीसी स्टाफ यात्रियों से अकसर अभद्र व्यवहार करता है, और यह पहली बार नहीं है जब ऐसा विवाद सामने आया है। बीते कुछ दिनों से ऐसी घटनाएं आए दिन हो रही हैं, लेकिन वह मीडिया तक नहीं पहुंच पाई जिसके कारण लोगों को ऐसी घटनाओं की जानकारी नहीं हुई।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में छात्रा आरोप लगाते हुए कह रही है, आप लोग पैसे लीजिए लेकिन मारपीट मत करिए, गाली मत दीजिए। वीडियो में उसके चेहरे पर चोट के निशान भी नजर आ रहे हैं।
छात्रा ने महिला टीसी पर लगाए गाली गलौज एवं मारपीट के गंभीर आरोप।
हालांकि रेलवे प्रशासन का कहना है कि मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई। मुख्य टिकट निरीक्षक डीके ओझा के मुताबिक, छात्रा बिना टिकट यात्रा कर रही थी। जब उसे टीसी कक्ष में लाया गया, तो वह खुद हंगामा करने लगी। धक्का-मुक्की के दौरान उसे चोट लगी होगी। नियमानुसार उससे 80 रुपए का किराया और 250 रुपए का जुर्माना वसूला गया है। उन्होंने यह भी साफ किया कि छात्रा ने जीआरपी में कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई।
वहीं दूसरी ओर, सूत्र बताते हैं कि बीते कुछ दिनों से टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा यात्रियों के साथ सख्ती और गलत व्यवहार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। महिला टीसी पर इससे पहले भी यात्रियों से विवाद करने की शिकायतें आती रही हैं। लेकिन इसकी कहीं शिकायत नहीं की गई !
यह घटना अब चर्चा का विषय बन गई है। सवाल उठ रहा है कि क्या केवल टिकट न होने के कारण किसी छात्रा या यात्री के साथ अभद्रता और मारपीट करना उचित है? क्या प्रशासन ने अपने टीसी स्टाफ को इतना अधिकार दे दिया है कि वे यात्रियों से दुर्व्यवहार करें? रेलवे प्रशासन का इनकार और छात्रा के आरोपों के बीच सच्चाई क्या है, यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी, लेकिन फिलहाल घटना ने यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे स्टाफ के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।