- राज्य सरकार की बड़ी तैयारी, जल्द आएगी ये नई पॉलिसी, प्रस्ताव तैयार, इस तरह मिलेगा लाभ - 24/04/2023
- हाई प्रोफाइल SEX रैकेट का भंडाफोड़: एक रात के 80 हजार…ये अभिनेत्री चलाती थी जिस्मफरोशी का धंधा, ग्राहकों को करती थी मॉडल्स सप्लाई - 22/04/2023
- Sukanya Samriddhi Yojana: नए साल में आपकी बेटी बनेगी लखपति, जाने कैसे करें निवेश? - 28/12/2022
सतना।। राम की नगरी चित्रकूट को संरक्षित करने की मांग अब जन आंदोलन का रूप ले चुकी है, चित्रकूट के सिद्धा पहाड़ को खनन मुक्त करने के आदेश के बाद मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने पूरे चित्रकूट क्षेत्र को उत्खनन मुक्त कराने की मुहिम छेड़ी, जिसमें आज चित्रकूट के सैकड़ों साधु संत और हजारों की संख्या में आमजन एकजुट हुए, सिद्धा पहाड़ पर आयोजित एक सभा में साधु-संतों ने मौजूदा सरकार को चेतावनी भी दी है, साधुओं द्वारा मंच से कहा गया कि यदि चित्रकूट क्षेत्र में संचालित वैध और अवैध खदानों को तत्काल बंद नहीं किया गया, तो साधु संत एकजुट होकर दिल्ली में

चढ़ाई कर देंगे।सिद्धा पहाड़ का मामला ठंडा नहीं हुआ था कि अब इस पूरे चित्रकूट वन क्षेत्र को खनन मुक्त करने की मांग ने जोर पकड़ा है, मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी इस पूरी मुहिम को दिशा देते दिखाई दिए, गैर राजनीतिक कार्यक्रम बताते हुए आज सतना के सिद्धा पहाड़ में एक विशाल सभा का आयोजन किया गया, जिसमें 300 से ज्यादा साधु संत शामिल हुए साथ ही हजारों की संख्या में क्षेत्र के आम जनमानस भी मौजूद रहा, आपको बता दें कि धार्मिक नगरी चित्रकूट में अनगिनत ऐसे स्थान है जिनका उल्लेख रामचरितमानस में भी है, लेकिन इस धार्मिक क्षेत्र में कई खदानें संचालित है जिनके चलते लोगों की आस्था को चोट पहुंच रही है, लिहाजा इस पूरे वन क्षेत्र को संरक्षित करने की मांग की जा रही है, साथ ही लोगों की आस्था का केंद्र चित्रकूट का विकास अयोध्या और अन्य स्थानों की तरह किया जाए, इस मांग को लेकर आज बड़ी संख्या में चित्रकूट के साधु संत एक मंच पर एकत्रित हुए, सरकार से मांग की गई है कि चित्रकूट में संचालित सभी वैध और अवैध खदानों को बंद कर दिया जाए, ताकि इस धार्मिक नगरी को संरक्षित किया जा सके, यही नहीं साधु-संतों ने इस सभा के दौरान मंच से सरकार को चेतावनी भी दी है साधुओं ने कहा कि यदि सरकार इस वन क्षेत्र में संचालित अवैध अवैध खदानों को तत्काल बंद नहीं करती है, तो एक जन आंदोलन किया जाएगा और दिल्ली तक चढ़ाई कर दी जाएगी।