मध्यप्रदेशसतना

किसानों के हक पर डाका: समिति प्रबंधक के घर मिला 250 बोरी खाद का स्टॉक, निलंबित…..

अमित मिश्रा/सतना।

सतना। जिले में किसानों की जरूरत का खाद छिपाकर कालाबाजारी का खेल रचने का बड़ा मामला सामने आया है। वर्ती सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक पुष्पेंद्र अग्निहोत्री ने सरकारी खाद का स्टॉक समिति से हटाकर अपने घर में छिपा लिया। इसका खुलासा तब हुआ जब एक वीडियो वायरल हुआ और किसान आक्रोशित हो उठे। किसानों ने आरोप लगाया कि यह साजिश खाद की कृत्रिम कमी दिखाकर उसे ऊंचे दामों पर बेचने के लिए रची गई थी।

प्रबंधक के घर से करीब 250 बोरी खाद बरामद हुई, जबकि बरती, छिबौरा, मढ़ी और मझियार गांवों के किसान समिति में खाद के लिए भटकते रहे। किसानों की शिकायत और हंगामे के बाद डीआरसीएस प्रभाकरन प्रकाश के निर्देश पर प्रशासक मनोज गोनकर ने प्रबंधक को तत्काल निलंबित कर दिया। समिति का प्रभार अब लेखापाल अरुण कुमार उरमलिया को सौंपा गया है।

जांच और कार्रवाई

20 अगस्त को सहकारी बैंक रामपुर के प्रबंधक के.के. द्विवेदी मौके पर पहुंचे और जांच कर पंचनामा तैयार किया। प्रबंधक का तर्क था कि बरसात के कारण खाद को सुरक्षित रखने के लिए घर में रखा गया, लेकिन विभाग को जानकारी दिए बिना ऐसा करना नियमों के खिलाफ है।

अन्य समितियों पर भी कार्रवाई

खाद वितरण में लापरवाही के आरोप अन्य समितियों पर भी लगे हैं। प्रशासक मनोज गोनकर ने सेवा सहकारी समिति चूंद के प्रबंधक गोपिका पांडेय और सेवा सहकारी समिति अबेर के प्रबंधक भूपेंद्र सिंह को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। दोनों समितियों में यूरिया का स्टॉक मौजूद होने के बावजूद किसानों को वितरण नहीं किया जा रहा था।

यह पूरा मामला प्रशासन की कार्यप्रणाली और किसानों के हक पर उठते गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

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