बिहटा में पुलिस से भिड़ी कांग्रेस नेत्री, रश्मि सिंह का संघर्षपूर्ण आंदोलन…..
अमित मिश्रा/सतना।

सतना। आज के दौर में जहां नेता अक्सर दिखावे की राजनीति एवं सोशल मीडिया की सुर्खियों तक सीमित रहते हैं, वहीं कांग्रेस नेत्री डॉ. रश्मि सिंह हर बार की तरह इस बार भी सत्ता पक्ष से लड़ती नजर आईं।किसानों के मुद्दों को लेकर संघर्षपूर्ण अंदाज में सड़क पर उतर आईं।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का कुंदहरी में प्रस्तावित कार्यक्रम अचानक बदलकर गहवरा कर दिया गया। कांग्रेस ने इसे अपनी विरोध योजना से उपजे डर का परिणाम बताया। डॉ. रश्मि सिंह ने साफ कहा कि मंत्री किसानों की वास्तविक समस्याओं से मुंह चुरा रहे हैं। कांग्रेस ने पहले ही खाद संकट और सूखती फसलों को लेकर जोरदार आंदोलन की घोषणा की थी।
सुबह से ही रश्मि के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ता और ग्रामीण बिहटा में जुटे। प्रदर्शनकारी जब आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसी बीच जमकर धक्का-मुक्की और तू-तू मैं-मैं की स्थिति बन गई। कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों की पीड़ा को मंत्री तक पहुंचाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोके रखा।
डॉ. रश्मि ने आरोप लगाया कि कृषि मंत्री में अब किसानों का आक्रोश और सवाल झेलने का साहस नहीं बचा है। इसलिए न केवल कार्यक्रम स्थल बदला गया बल्कि कांग्रेसजनों को पुलिस के जरिए नजरबंद जैसी स्थिति में डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि किसान की आवाज दबाने की हर कोशिश के बावजूद कांग्रेस संघर्ष जारी रखेगी।
इस मौके पर लालबहादुर सिंह, हरीश ताम्रकार, उमेश गौतम, मुबारक अली, रामनरेश सिंह, आदित्य सिंह, राजेंद्र ताम्रकार, रिशु समदरिया, लालबिहारी सिंह समेत बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।