सतना में राम नवमी की भव्य शोभायात्रा: सैकड़ों झांकियों संग गूंजे जय श्रीराम के जयकारे!

सतना में श्रीराम नवमी के पावन अवसर पर भव्य और दिव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जिसने पूरे शहर को भक्तिमय माहौल में रंग दिया। हिंदू पर्व समन्वय समिति के तत्वावधान में निकाली गई इस शोभायात्रा में विभिन्न समाजों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

शाम 5 बजे श्री गुरुद्वारा नानक दरबार परिसर से यात्रा का शुभारंभ हुआ। मंत्रोच्चार, शंख ध्वनि और जय श्रीराम के उद्घोषों के साथ यात्रा निकली, जिसने नगर को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। शोभायात्रा प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी और श्री राम दरबार मंदिर, सुभाष पार्क पर पहुंचकर संपन्न हुई। रास्ते भर श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का भव्य स्वागत किया।यात्रा में 100 से अधिक अद्भुत झांकियां शामिल थीं, जो सनातन संस्कृति, सामाजिक समरसता और धार्मिक आस्था की झलक प्रस्तुत कर रही थीं। आकर्षक साज-सज्जा से युक्त रथ पर प्रभु श्रीराम की प्रतिमा स्थापित थी, जहां आरती, पूजन और माल्यार्पण किया गया। संत समाज, बनवासी समाज, दिव्यांगजन और सोहावल अखाड़े के बटुक दल की उपस्थिति ने शोभायात्रा को और भी विशेष बना दिया।

बजरंग दल के युवा भगवा ध्वज लहराते हुए और जय श्रीराम के उद्घोष करते हुए यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे। विश्व हिंदू परिषद के सदस्य, पुरोहित-अर्चक और हजारों श्रद्धालु इस दिव्य आयोजन के साक्षी बने।
यात्रा का मार्ग श्री गुरुद्वारा नानक दरबार से शुरू होकर अग्रसेन चौक, जयस्तंभ चौक, बिहारी चौक, चौक बाजार, अहिंसा चौक, अरिहंत चौक, अस्पताल तिराहा, नगर निगम तिराहा, पावर हाउस चौक, हनुमान चौक, मैथिलीशरण चौक, लालता चौक और गांधी चौक से होते हुए श्री राम दरबार मंदिर, सुभाष पार्क पर संपन्न हुआ। समापन अवसर पर भजन संध्या और भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

रामनवमी हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व रखती है, क्योंकि यह भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। यह पर्व आस्था, भक्ति और सामाजिक एकता का प्रतीक है। भजन-कीर्तन, पूजन-अर्चन और शोभायात्राओं के माध्यम से इस दिन का उत्सव मनाया जाता है, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत को सुदृढ़ करता है।









