सतना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बनकर बड़ी ठगी करने वाले शातिर अंतर राज्जीय गिरोह का सतना पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार कर जेल भेजा है। दिलचस्प बात यह है कि यह गिरोह ठगी के लिए पुलिस का स्तेमाल करते थे और पुलिस को इस बात का पता जब चलता गिरोह अपना काम कर चुका होता था।
बीते 5 माह पूर्व 19 जुलाई को जसो थाना में 50हजार की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया था, जिसमें थाने के मुंशी के मोबाइल फोन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी बनकर एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया जिसमें पास के ही पेट्रोल पंप मालिक से बात कराने की बात कही गई थी थाने के मुंशी ने जब पेट्रोल पंप मालिक से बात कराई तो 50 हजार रुपए की मांग की गई और एक अकाउंट नंबर में ट्रांसफर करने को कहा पेट्रोल पंप मालिक ने पुलिस अधीक्षक का आदेश समझकर पैसे ट्रांसफर कर दिए लेकिन मोबाइल पर बात कराने वाले मुंशी को इस बात की भनक तक नहीं लगी,, बाद में जब बात वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंची तो इस ठगी का मामला सामने आया पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर तहकीकात शुरू की,, पुलिस की माने तो राजस्थान के जयपुर से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया इस गिरोह द्वारा सतना के ही अमदरा थाने में भी ऐसी ठगी की गई थी साथ ही खरगोन एडिशनल एसपी के नाम पर भी इसी गिरोह ने एक ठगी को अंजाम दिया था,, गिरोह इंटरनेट की सहायता से थानों के कर्मचारियों के नंबर निकालते थे, गिरोह द्वारा सतना के 2मामले में एक लाख से ज्यादा की रकम की ठगी की गई थी,, पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है और आरोपियों को जेल भेज दिया है।