IAS संतोष वर्मा के विवादित बयान पर प्रदेशभर में उबाल- ब्राह्मण समाज में गहरा आक्रोश, गिरफ्तारी की मांग तेज, नेताओं के तीखे बयान, मंत्रालय में प्रदर्शन आज…..
अमित मिश्रा/सतना।

भोपाल/सतना। अजाक्स के प्रांताध्यक्ष और वरिष्ठ IAS अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज की बेटियों को लेकर दिए गए विवादित बयान पर प्रदेशभर में भारी आक्रोश उभर आया है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक विरोध की लहर दिखाई दे रही है। वर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि मेरा 27 मिनट का भाषण था, लेकिन मात्र 2 सेकंड की क्लिप चलाकर उसे तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है” और उन्होंने बयान पर माफी भी मांगी। इसके बावजूद समाज का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा।
दरअसल, अजाक्स के एक कार्यक्रम में प्रांताध्यक्ष चुने जाने के दौरान वर्मा ने कहा था, जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या उससे संबंध नहीं बनता, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। इस टिप्पणी ने पूरे प्रदेश में आग सरीखी प्रतिक्रिया पैदा कर दी है।
सपाक्स के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हीरालाल त्रिवेदी ने इस बयान को घटिया, निकृष्ट और निंदनीय बताते हुए वर्मा की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसा व्यक्ति जो अपनी और दूसरों की बेटी में इतना फर्क करता हो, उसे किसी भी सार्वजनिक पद पर रहने का अधिकार नहीं है। सरकार को उसे तुरंत बाहर करना चाहिए।
मंत्रालय में आज प्रदर्शन
संतोष वर्मा के बयान के विरोध में आज मंत्रालय में सवर्ण कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे। उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल को ज्ञापन सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी। मंत्रालय सेवा अधिकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष इंजीनियर सुधीर नायक ने कहा कि यह IAS सर्विस रूल का गंभीर उल्लंघन है और वर्मा को बर्खास्तगी तक की कार्रवाई का सामना करना चाहिए।
भोपाल हिंदू उत्सव समिति और संस्कृति बचाओ मंच ने भी बयान की आलोचना की है। उनका कहना है कि वरिष्ठ अधिकारियों की ऐसी टिप्पणी समाज में अनावश्यक वैमनस्य पैदा करती है।
ब्राह्मण समाज का फूट पड़ा गुस्सा- गिरफ्तारी तक आंदोलन की चेतावनी।
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्र ने कहा– जिस प्रदेश में बेटी-बचाओ, बेटी-बढ़ाओ जैसी योजनाएं चल रही हों, वहां एक अखिल भारतीय सेवा के अधिकारी द्वारा बेटियों पर ऐसी टिप्पणी शर्मनाक है। जब तक वर्मा को निलंबित कर गिरफ्तार नहीं किया जाता, ब्राह्मण समाज शांत नहीं बैठेगा। वही आज समाज द्वारा अमर्यादित बयान के विरोध में कार्यवाही हेतु ज्ञापन सौंपा जाएगा।
रीवा से ब्राह्मण समाज की पदाधिकारी प्रतिमा मिश्रा ने कहा कि ऐसे अधिकारी की भाषा यादातीत, अस्वीकार्य और असभ्य है।
वहीं मैहर की पूर्वी पांडे ने कहा कि इस बयान पर तत्काल FIR दर्ज होना चाहिए।
सतना के युवा नेता अनुज विराट शुक्ला ने चेतावनी दी– समाज ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं करेगा। यदि सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं की गई, तो समाज सड़कों पर उतरकर अपना आक्रोश दिखाएगा।
वही विप्र सेना संगठन सतना के जिला अध्यक्ष अनुराग दुबे ने इसे मानसिक विकृति और धृष्टता की पराकाष्ठा बताते हुए कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की मांग की।
प्रदेशभर से उठ रही आवाज एक ही बात कह रही है– सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, वरना समाज सड़क पर उतरने को मजबूर होगा।
विवाद लगातार गहराता जा रहा है, और अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि सरकार व प्रशासन इस उबाल को कितनी गंभीरता से लेकर क्या कदम उठाते हैं।