कोठी में फैलता नशे का जाल, बर्बादी की कगार पर युवा पीढ़ी….
आदित्य मिश्रा/कोठी।

सतना जिले का कोठी क्षेत्र, जो कभी साक्षरता, खेलकूद और प्रतिभाशाली युवाओं के लिए जाना जाता था, आज नशे के अंधकार में डूबता जा रहा है। यहां की युवा पीढ़ी तेजी से सिगरेट, शराब, गांजा, सिरप, गोली और इंजेक्शन जैसे नशे के जाल में फंसती जा रही है। शाम ढलते ही मोहल्लों और सड़कों पर नशे में धुत युवाओं के समूह देखे जा सकते हैं। यह स्थिति न केवल उनके भविष्य को अंधकारमय बना रही है, बल्कि समाज में अपराध और अराजकता का खतरा भी बढ़ा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नशे के इस फैलते कारोबार में कुछ असामाजिक तत्व सक्रिय हैं जो बेरोजगार युवाओं को अपने जाल में फंसा रहे हैं। जबकि सरकार नशा मुक्ति अभियान चला रही है, कोठी में इसका असर नगण्य दिख रहा है। पुलिस-प्रशासन की चुप्पी और समाज की उदासीनता ने हालात और गंभीर कर दिए हैं। यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो कोठी का भविष्य नशे और अपराध की गिरफ्त में पूरी तरह डूब सकता है।