महिला बाल विकास विभाग के स्व सहायता समूहों पर जांच की मांग…..

शहर में संचालित तीन समूहों को लेकर पारदर्शिता पर उठे सवाल,
सतना, महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत संचालित स्व सहायता समूहों की पारदर्शिता पर अब सवाल खड़े होने लगे हैं। शहर के विभिन्न वार्डों में सक्रिय कुछ समूहों के संचालन को लेकर समाजसेवियों ने गंभीर अनियमितताओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है और अब इसकी जांच की मांग उठाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, शहर में बढ़ते कदम भरहुत नगर स्व सहायता समूह, विष्णु स्व सहायता समूह अहरी टोला वार्ड नंबर 3 और प्रगति स्व सहायता समूह नई बस्ती वार्ड नंबर 14 का संचालन रेनू सिंह नामक महिला के माध्यम से किया जा रहा है। बताया गया है कि रेनू सिंह पतेरी निवासी हैं और विभागीय अभिलेखों में तीनों समूहों की अध्यक्ष के रूप में उनका नाम दर्ज है।
स्थानीय समाजसेवियों का कहना है कि स्व सहायता समूहों के गठन का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, किंतु कुछ समूहों में यह उद्देश्य कमजोर होता दिखाई दे रहा है। सूत्रों का कहना है कि इन समूहों के दस्तावेजों में कई बिंदुओं पर विसंगतियां पाई जा रही हैं।
इन समूहों के माध्यम से बीते साढ़े चार वर्षों से पोषण आहार वितरण का कार्य किया जा रहा है। समाजसेवियों का मानना है कि यदि इस पूरे प्रकरण की विभागीय और प्रशासनिक स्तर पर बारीकी से जांच की जाए तो वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कुछ सामाजिक कार्यकर्ता आगामी दिनों में जिला कलेक्टर से औपचारिक रूप से जांच की मांग करने वाले हैं ताकि सत्यता का खुलासा हो सके और यदि कोई अनियमितता पाई जाए तो नियमानुसार कार्रवाई की जा सके।