प्रशासक मनोज गोनक व समिति प्रबंधक की मिलीभगत, खाद के लिए दर-दर भटक रहे अन्नदाता……
अमित मिश्रा/सतना।

सतना। सेवा सहकारी समिति चूंद में प्रशासक मनोज गोनकर की कार्यशैली को लेकर किसानों में भारी आक्रोश है।
जिला से समिति को अब तक चार ट्रक खाद भेजी जा चुकी है, लेकिन किसानों का आरोप है कि चूंद मुख्यालय और गोदाम में एक भी बोरी खाद उपलब्ध नहीं कराई गई। स्थानीय किसानों का कहना है कि जब समिति का मुख्यालय चूंद में है, तो फिर खाद आखिर कहां जा रही है?
कागजों में सिर्फ आदेश, मौके पर कुछ नही–
पिछले वर्षों से ही किसानों द्वारा शिकायत दर्ज कराई जाती रही है कि समिति का कार्यालय चूंद में कभी खुलता ही नहीं। किसानों की लगातार आपत्ति के बाद बैंक प्रबंधक और सहकारिता विभाग के जिला अधिकारी ने आदेश जारी कर चूंद से तीन दिन समिति संचालन की व्यवस्था करने को कहा था। लेकिन आदेश केवल कागजों तक सीमित रह गया। न तो किसानों को खाद की आपूर्ति हुई और न ही कार्यालय नियमित रूप से खोला गया।
प्रशासक के सह पर खेल–
किसानों का कहना है कि यह स्थिति गहरे संदेह को जन्म देती है कि खाद की आपूर्ति में अनियमितता और हेरफेर हो रही है। जब ट्रक खाद चूंद समिति को आवंटित हुए, तो फिर प्रशासक और प्रबंधक उन्हें कहां ले गए?
चूंद के किसान दोहरी मार झेल रहे हैं, एक तरफ समय पर खाद न मिलने से फसल संकट में है, दूसरी ओर समितियों की लापरवाही से उन्हें बार-बार परेशान होना पड़ रहा है।