कोठी अस्पताल में अव्यवस्थाओं का अंबार, मरीज बेहाल, जिम्मेदार बेखबर…..
आदित्य मिश्रा/कोठी।

सतना जिले के कोठी अस्पताल में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे बैठे हैं। ऐसा अस्पताल अस्पताल पहुचे मरीज के परिजन बताते है जो बीती रात कोठी अस्पताल पहुंचे।
सूत्रो की माने तो अस्पताल में इलाज के नाम पर खानापूर्ति हो रही है, जबकि अस्पताल में लाखों रुपए की योजनाएं कागजों पर खर्च दिखा दी गईं, फिर भी बिजली व्यवस्था तक दुरुस्त नहीं हो सकी। लोग बताते हैं कि अस्पताल में जनरेटर है पर उसमें डीजल नहीं, एम्बुलेंस और ड्राइवर हैं पर डीजल फंड नहीं, एक्सरे मशीन है पर बिजली का इंतजाम नहीं।
मरीजों के तीमारदार बताते हैं कि अगर रात में आपात स्थिति आ जाए तो मरीजों को अपने घर से टॉर्च या बल्ब लाना पड़ता है। यहाँ तक कि परिसर में जानवर और कुत्ते घूमते रहते हैं और गंदगी फैला रहे हैं, लेकिन इन समस्याओं पर किसी जिम्मेदार की नजर नहीं पड़ रही। अस्पताल में पदस्थ कुछ डॉक्टर भी ड्यूटी रूम में बैठने से कतराते हैं क्योंकि उन्हें भी गंदगी और अव्यवस्था से खुद के बीमार पड़ने का डर बना रहता है, पर प्रशासनिक कर्मचारी होने के कारण के वे खुलकर बोल नहीं पाते।
यह स्थिति तब है जब क्षेत्रीय नेता जनप्रतिनिधि सोशल मीडिया पर बड़े-बड़े दावे कर फोटो खिंचाने में व्यस्त रहते हैं। कोठी क्षेत्रवासियों ने जिम्मेदार अधिकारियों और नेताओं से अपील की है कि जल्द से जल्द अस्पताल की व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएं और लापरवाह संबंधितों पर कड़ी कार्यवाही की जाए, ताकि क्षेत्र के मरीजों को इलाज की मूलभूत सुविधाएं समय पर मिल सकें।