अमित मिश्रा….
तीन राज्यों में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी सरकार के गठन की प्रक्रिया भी पूरी नहीं कर पाई है। मंत्रिमंडल के गठन की कवायद चल रही है और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव की जमीनी तैयारी शुरू कर दी है। जनवरी में पार्टी संभावित प्रत्याशियों को लेकर सर्वे करने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही प्रत्याशियों के लिए मापंदड भी तय कर लिए गए हैं।
भाजपा के बारे में विपक्षी दल भी कहते हैं कि वह हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहती है। इसी को आगे बढ़ाते हुए पार्टी ने लोकसभा के लिए संभावित प्रत्याशियों का सर्वे जनवरी में कराना तय किया है, जो संभवत: तीसरे सप्ताह में होगा। बताया जा रहा है कि इस बार कई सीटों पर पार्टी को नए प्रत्याशियों का चयन करना है, जिनमें मुरैना, दमोह, धार, सीधी, सतना, होशंगाबाद, जबलपुर, मंडला सहित दर्जनभर से ज्यादा लोकसभा सीटें शामिल हैं।
ये होंगे मापदंड
प्रत्याशियों के लिए जो मापदंड स्थापित किए गए हैं उनमें पहला आयु का है। पार्टी का जोर 35 से 55 साल के बीच के उम्मीदवारों पर रहेगा। पार्टी संभावित प्रत्याशियों का चयन अगले 20 वर्ष की राजनीति को ध्यान में रखकर करेगी। इसके चलते प्रत्याशी की आयु चयन एक महत्वपूर्ण कारक होगी। स्वयं की ब्रांडिंग पर जोर देने वालों से परहेज किया जाएगा। जैसे पार्टीविशुद्ध रूप से संगठनात्मक राज स्थापित करने की तैयारी कर रही है। यही बात तीन राज्यों के नए मुख्यमंत्रियों के चयन में भी देखी गई। केवल कड़े संघर्ष वाली सीटों पर ही इसमें ढील दी जाएगी। इसके चलते लोकसभा चुनाव में भी कई ऐसे चेहरे दिखाई देंगे जो ज्यादा जाने-पहचाने नहीं होंगे।
सतना लोकसभा से दावेदारों में सामिल भाजपा के वरिष्ठ नेताओं जनप्रतिनिधियों के अलावा समाजसेवियो ने भी चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कोई केंद्रीय नेतृत्व से तालमेल बना रहा तो कोई समाजसेवा के कार्य कर टिकट की दावेदारी कर रहा है।