हटिया बस हादसे पर कलेक्टर की सख्त कार्रवाई, आरटीओ की भूमिका पर उठे गंभीर सवाल!

हटिया ग्राम के समीप बस हादसे को लेकर जिला कलेक्टर सतीश कुमार एस ने त्वरित और सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने बस चालक का लाइसेंस रद्द करने, बस की फिटनेस निरस्त करने तथा घायलों को इंश्योरेंस के माध्यम से हरसंभव मदद दिलाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि हादसे में यदि चालक की लापरवाही साबित होती है तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि इस हादसे ने जिला परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, आरटीओ संजय श्रीवास्तव दशकों से सतना में पदस्थ हैं और इतने लंबे समय से जमे होने के कारण उन्होंने यहां अपना व्यापारिक साम्राज्य खड़ा कर लिया है। उन पर आरोप है कि जिले में चल रही अधिकांश बस संचालकों से उनके मित्रवत संबंध हैं और दिखावे के लिए ही कार्रवाई होती है।
इतना ही नहीं, आरोप हैं कि आरटीओ श्रीवास्तव अन्य जिलों में भी व्यापारिक विस्तार कर चुके हैं, जिसमें प्रॉपर्टी, माइनिंग और अन्य क्षेत्रों में उनका निवेश है। यहां तक कि कुछ मामलों में जमीन की खरीदी-बिक्री में भी उनका प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से हिस्सा होने की बात सामने आई है। राजनीतिक संरक्षण के कारण अब तक न तो उन पर कोई जांच बैठी है और न ही कोई ठोस कार्रवाई हुई है, जिससे प्रशासनिक निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।