स्कूल के सामने लगे विज्ञापन का विरोध, “एक पहल फाउंडेशन” ने उठाई आवाज….

शहर के व्यंकट 1 स्कूल के सामने लगे एक कूलर के विज्ञापन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। एक पहल फाउंडेशन पदाधिकारी मनीष पांडे की माने तो यह विज्ञापन अश्लीलता सीमाएं लांघता नज़र आता है, जिसमें महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला चित्रण किया गया है। बच्चों के स्कूल के बाहर इस तरह की फूहड़ता पर अभिभावकों और सामाजिक संगठनों ने कड़ा ऐतराज़ जताया है।
एक पहल फाउंडेशन संस्था ने इस विज्ञापन के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया है। संस्था का कहना है कि यह केवल एक विज्ञापन नहीं, बल्कि समाज में बढ़ती अश्लीलता और नैतिक पतन का खुला उदाहरण है। उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या अब उत्पाद बेचने के लिए महिलाओं की गरिमा को इस हद तक गिराया जाएगा?
फाउंडेशन ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे भ्रामक और अनैतिक विज्ञापनों को तुरंत हटाया जाए और भविष्य में सार्वजनिक स्थलों, विशेषकर स्कूलों के आसपास, इस तरह के पोस्टरों पर सख्त रोक लगाई जाए। संस्था ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन की राह भी अपना सकते हैं।