सिस्टम सिंडिकेट का सूत्रधार कौन? पुष्पेंद्र बागरी पर गंभीर आरोप, विभाग में गहराई चर्चा।
सतना। जिले में पदस्थ प्रधान आरक्षक पुष्पेंद्र बागरी एक बार फिर विभागीय चर्चाओं के केंद्र में हैं। सूत्रों का कहना है कि पुष्पेंद्र ने कानून के भीतर रहते हुए अवैध कारोबारियों के लिए एक ऐसा तंत्र खड़ा कर दिया है, जिसमें थाना, चौकी और खुफिया व्यवस्था तक उनकी पकड़ मजबूत है।
पशु तस्करी, सट्टा, अवैध शराब और जुए जैसे अवैध धंधों को संरक्षण देने की चर्चाएं लंबे समय से चल रही हैं।
विभागीय सूत्र बताते हैं कि पुष्पेंद्र के संबंध कुछ ऐसे कारोबारियों से हैं जो सीधे लेनदेन के जरिए उसकी सुरक्षा सेवा लेते हैं। जो व्यापारी हिस्सेदारी नहीं देते, उनकी गाड़ियों को पकड़वाकर दबाव बनाया जाता है और फिर सौदेबाजी होती है।
हालांकि उसकी पोस्टिंग एयरपोर्ट पर है, लेकिन बाईपास, चौकियों और संदिग्ध स्थानों पर उसकी गाड़ी नियमित देखी जाती है। हैरानी की बात यह है कि पुष्पेंद्र को पूर्व में लाइन अटैच किया गया, मगर उसके नेटवर्क पर कोई असर नहीं पड़ा।
विभाग के ही कुछ अधिकारी कर्मचारी दबी जुबान में मानते हैं कि पुष्पेंद्र का नेटवर्क इतना गहरा है कि थानों की पल-पल की खबर तक उसे मिलती है।
अब सवाल यह है कि वरिष्ठ अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी कार्रवाई से परहेज क्यों कर रहे हैं? क्या किसी ऊपरी संरक्षण की छाया उसे बचा रही है?
चर्चाएं हैं अगर ईमानदारी से उसकी संपत्ति, बैंक खाते और कॉल डिटेल की जांच हो, तो ‘सिंडिकेट’ का पूरा चेहरा सामने आ सकता है।